वीडियो : वेतन नहीं मिलने से त्रस्त शिक्षक ने की आत्मदाह की कोशिश ..

आरोप लगाया जा रहा था कि जिला शिक्षा पदाधिकारी अमर भूषण के द्वारा उन्हें बार-बार प्रताड़ित किया जा रहा है तथा दुर्भावना से ग्रस्त होकर उनके साथ साथ 3-4 अन्य शिक्षकों का भी वेतन रोका गया है.

 






- अनुमंडल पदाधिकारी ने समझा-बुझाकर मनाया
- जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा नहीं है पद पर बने रहने का हक


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: चार माह से वेतन नहीं मिलने से परेशान एक शिक्षक ने मंगलवार को समाहरणालय के समक्ष आत्मदाह की कोशिश की. शिक्षक का कहना था कि जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा दुर्भावना से ग्रस्त होकर उनका वेतन रोका गया है. शिक्षक ने जिला शिक्षा पदाधिकारी पर भ्रष्टाचार के कई आरोप भी लगाए. 

शिक्षक प्रकाश पाठक द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम की जानकारी मिलने पर पहुंचे अनुमंडल पदाधिकारी एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी तथा पुलिस बल के सहयोग से उन्हें आत्मदाह करने से रोक लिया गया. बाद में अनुमंडल पदाधिकारी ने यह आश्वासन दिया कि शिक्षक की समस्या का समाधान हो जाएगा अनुमंडल पदाधिकारी धीरेन्द्र मिश्रा ने बुधवार को दिन में 11:00 बजे उन्हें अपने कार्यालय में आने की बात कही और कहा कि अब उन्हें शिक्षा पदाधिकारी के यहां जाने की आवश्यकता नहीं होगी. उनकी समस्या का समाधान उनके यहां से ही हो जाएगा.

दरअसल, शिक्षक प्रकाश पांडेय के द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा था कि जिला शिक्षा पदाधिकारी अमर भूषण के द्वारा उन्हें बार-बार प्रताड़ित किया जा रहा है तथा दुर्भावना से ग्रस्त होकर उनके साथ साथ 3-4 अन्य शिक्षकों का भी वेतन रोका गया है. उन्होंने यह बताया कि तकरीबन 1 हज़ार शिक्षकों में से कुछ ही लोगों का वेतन रोका जाना कहीं से भी न्यायोचित नहीं है.

इस मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी अमर भूषण ने बताया उक्त शिक्षक के कार्यकलाप सही नहीं है वह नियमित रूप से विद्यालय नहीं जाते हैं. इसके उन्होंने अपना गलत परिचय बताते हुए उन्हें डराने-धमकाने की भी कोशिश की. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि जब भी शिक्षक उन्हें फोन करते थे ट्रूकॉलर पर उनका नाम विधायक पटना दिखाता था. ऐसे में वह उनसे आदर से बात करते थे लेकिन, वह इसका गलत फायदा उठा कर उन पर रौब जमाने लगे तथा विभिन्न मामलों में पैरवी करने लगे बाद में संदेह होने पर उन्होंने जब नंबर की जांच कराई तो ज्ञात हुआ कि यह नंबर उनके शिक्षक प्रकाश पाठक का है, जिसके बाद प्रकाश पाठक के विद्यालय में जाकर पता लगाया गया तो पाया गया कि वह नियमित रूप से विद्यालय भी नहीं जाते है.

 
ऐसे में कार्य में लापरवाही तथा गलत तरीके से शिक्षा पदाधिकारी को धमकी आदि देने के विषय में स्पष्टीकरण की मांग की गई लेकिन, तब तक उन्होंने आत्मदाह की धमकी देनी शुरु कर दी. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि शिक्षक का आचरण ठीक नहीं है. ऐसे में अगर वह अनियमितता तथा आचरण में सुधार नहीं करते हैं तो उन्हें सेवा में बने रहने का भी हक नहीं है.

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