बताते हैं कि उन्होंने विभिन्न पंचायतों में पौधरोपण किया था पौधरोपण के साथ ही चापानल भी लगवाना होता है लेकिन, किसी कारणवश चापानल नहीं लग पाए थे. इसी बीच पंचायत चुनाव की आचार संहिता प्रभावी हो गई. ऐसे में जब मनरेगा के पौधे सूखने लगे तो उन्होंने उप विकास आयुक्त को इससे अवगत कराया और उनके द्वारा वर्क आर्डर जारी करते हुए जल्द से जल्द चापालन खरीदने की बात कही गई.
- कार्य एजेंसी कह रही, मनरेगा के तहत पौधों को सींचने के लिए मंगाए गए थे चापानल
- निवर्तमान मुखिया पर लगाया जा रहा चुनाव प्रभावित करने की कोशिश का आरोप
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : सिमरी थाना क्षेत्र के आशा पड़री गांव में पंचायत भवन के पास से चापानल लदी पिकअप को जब्त किया गया. स्थानीय लोगों ने पुलिस से शिकायत करते हुए यह बताया कि निवर्तमान मुखिया के द्वारा मतदाताओं को रिझाने के लिए पंचायत में चापानल का वितरण करने की तैयारी की जा रही है. लोग यह दावा इसलिए कर रहे थे क्योंकि जिस पिकअप में चापाकल तथा अन्य सामान रखे हुए थे उस पर निवर्तमान मुखिया सह वर्तमान प्रत्याशी का चुनाव प्रचार पर्चा चिपका हुआ था. पुलिस के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए पिकअप को जब्त कर लिया गया. इस बात की सूचना प्रखंड विकास पदाधिकारी को दी गई. इसके बाद उन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी है. वहीं लोगों के आरोप को निवर्तमान मुखिया ने सिरे से खारिज किया है. उन्होंने इसे राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की साजिश बताया है.
उधर, स्थानीय पंचायत तथा प्रखंड के अन्य पंचायतों में मनरेगा के तहत पौधरोपण करने वाली एजेंसी हरियाली इंटरप्राइजेज के संवेदक राहुल कुमार इसे अपनी सामग्री बता रहे हैं. उनका कहना है कि उप विकास आयुक्त डॉ योगेश कुमार सागर के निर्देश पर वर्क आर्डर जारी होने के बाद पौधों को सूखने से बचाने के लिए यह चापानल मंगवाए गए थे. ऐसे में ग्रामीणों की शिकायत के कारण वह बेमतलब नई मुसीबत में फंस गए.
पौधरोपण के बाद नहीं लगाए गए थे चापाकल, हरियाली बचाने का था प्रयास : संवेदक
शुक्रवार की सुबह जैसे ही चापानल लदी पिकअप पंचायत भवन के पास दिखाई दी, चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया. लोग तरह-तरह की चर्चाएं करने लगे. शिकायत पुलिस तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी से की गई. पुलिस ने पिकअप को जब्त कर लिया. इस मामले में हरियाली इंटरप्राइजेज के संवेदक राहुल कुमार बताते हैं कि उन्होंने विभिन्न पंचायतों में पौधरोपण किया था पौधरोपण के साथ ही चापानल भी लगवाना होता है लेकिन, किसी कारणवश चापानल नहीं लग पाए थे. इसी बीच पंचायत चुनाव की आचार संहिता प्रभावी हो गई. ऐसे में जब मनरेगा के पौधे सूखने लगे तो उन्होंने उप विकास आयुक्त को इससे अवगत कराया और उनके द्वारा वर्क आर्डर जारी करते हुए जल्द से जल्द चापालन खरीदने की बात कही गई.
राहुल ने बताया कि पिकअप तथा उसका चालक आशा पड़री गांव के निवासी हैं वह आरा से चापानल लेकर आने के क्रम में गांव के पंचायत भवन के पास वाहन को खड़ा करके खाना खाने चला गया था. इसी दौरान गांव के कुछ लोग उसे मुखिया का चापनल होने की बात कहने लगे. उन्होंने बताया कि इस संबंध में प्रशासनिक आदेश के साथ-साथ चापनल से संबंधित कागजात पुलिस के समक्ष प्रस्तुत किया गया है. मामले में थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा मामले की जांच की जा रही है. जांच आदेश प्राप्त होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. प्रखंड विकास पदाधिकारी अजय कुमार ने कहा कि पूरे घटनाक्रम की गंभीरता से जांच की जा रही है कार्य एजेंसी को संपूर्ण कागजात उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.
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