कहते हैं कि कचरे में आग लगाने के कारण जो जहरीला धुआं उठ रहा है उसने राहगीरों के साथ-साथ स्थानीय लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. धुएं के कारण घुटन महसूस हो रही है. निश्चित रूप से यह स्थिति बेहद खतरनाक है.
ज्योति प्रकाश चौक का नज़ारा |
- नहर किनारे डंप किए कचरे में लगाई गई थी आग
- घंटों तक परेशान रहे लोग, काराकाट सांसद ने कहा मंत्री से करेंगे शिकायत
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जहां पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को लेकर जल -जीवन-हरियाली अभियान चला रहे हैं वहीं, उनके सपनों पर पानी फेरने के लिए नगर परिषद ने हर तैयारी कर रखी है. सबसे पहले तो डंपिंग जोन नहीं होने का बहाना कर जल स्रोतों के बगल में कचरे को डंप किया जा रहा है वहीं, कचरे के पुनर्चक्रण के नाम पर केवल कागजी कार्रवाई करने के साथ ही अब कचरे के ढेर में आग लगाकर नगर वासियों का जीना मुश्किल कर दिया है.
नगर के बाइपास रोड, किला मैदान के बाद अब ज्योति प्रकाश चौक के समीप किए गए कचरे में मंगलवार को आग लगा दी गई. मजे की बात तो यह रही के दिन में तकरीबन 3:00 बजे लगी आग की जानकारी नगर परिषद को शाम 6:30 बजे तक भी नहीं हो पाई. ऐसे में कचरे से निकलने वाले जहरीले धुएं के कारण न सिर्फ आने जाने वाले लोग बल्कि स्थानीय दुकानदारों को भी घुटन और आंखों में जलन के साथ कई घंटे गुजारने पड़े. इसी बीच बक्सर पहुंचे काराकाट सांसद महाबली सिंह ने कहा कि वह नप अधिकारियों की शिकायत शहरी आवास एवं विकास विभाग के मंत्री से करेंगे.
इटाढ़ी प्रखंड के इंदौर पंचायत के पूर्व मुखिया तथा कोइरपुरवा निवासी अजय सिंह ने बताया कि निश्चित रूप से यह नगर परिषद की लापरवाही है तथा साफ तौर पर सरकार की योजनाओं पर पानी फेरने की कोशिश है. इस पर प्रशासन को त्वरित संज्ञान लेना चाहिए और जल स्रोतों के समीप डंपिंग रोकने के साथ-साथ कचरे में आग लगाने की प्रवृत्ति से भी बचना चाहिए. धोबी घाट निवासी चंद्रशेखर चौबे ने कहा कि एक तरफ जहां देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के कारण हाहाकार मचा हुआ है वहीं, नगर परिषद ने जो स्थिति पैदा की है, उसे देखकर ऐसा लग रहा है कि यहां भी अब वैसे ही हालात बनने जा रहे हैं. कोइरपुरवा निवासी वसीम अकरम कहते हैं कि कचरे में आग लगाने के कारण जो जहरीला धुआं उठ रहा है उसने राहगीरों के साथ-साथ स्थानीय लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. धुएं के कारण घुटन महसूस हो रही है. निश्चित रूप से यह स्थिति बेहद खतरनाक है. संजीव कुमार सिंह ने बताया कि जल स्रोतों के बगल में कचरे के डंपिंग कहीं से भी उचित नहीं है. इसके लिए प्रशासन तथा सरकार दोषी हैं. ऐसी स्थिति रहेगी तो निश्चित रूप से पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचेगा. इस तरह तो सरकार के द्वारा जल स्रोतों के संरक्षण की जो मुहिम चलाई जा रही है उसे भी धक्का लगेगा.
फायर ब्रिगेड अधिकारी ने कहा मेरा नहीं नगर परिषद का है काम :
मामले में पत्रकारों के द्वारा अग्निशमन पदाधिकारी जसवंत सिंह को फोन किया गया तो उन्होंने कहा कि नगर परिषद के कचरे में यदि आग लगती है तो नगर परिषद के अधिकारियों को ही उसे बुझाना होगा. इसके लिए फंड भी है. बाद में अनुरोध करने पर शाम तकरीबन 6:45 बजे अग्निशमन कर्मी मौके पर पहुंच गए और आग बुझाने का काम शुरू कर दिया गया, लेकिन, आधे घंटे के प्रयास के बाद भी आग नहीं बुझी.
धुएं से परेशान हुए काराकाट सांसद, तो कहा करेंगे मंत्री से शिकायत :
शाम तकरीबन 6:00 बजे बक्सर पहुंचे काराकाट सांसद महाबली सिंह भी ज्योति प्रकाश चौक पर फैले हुए धुएं से परेशान हो गए उन्होंने कहा की स्थिति बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है उन्होंने कहा कि नगर परिषद के कर्मियों की शिकायत व शहरी आवास एवं विकास विभाग के मंत्री से करेंगे.
असामाजिक तत्वों पर दर्ज होगी प्राथमिकी :
मामले में नगर परिषद के उप मुख्य पार्षद इंद्र प्रताप सिंह उर्फ बबन सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि नहर के पास कचरे को डंप भले ही नगर परिषद के द्वारा किया जा रहा हो लेकिन उसमें आग परिषद के कर्मियों ने नहीं लगाई है. निश्चित रूप से किसी स्थानीय शरारती तत्व का काम है. ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी.
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वीडियो : सांसद का बयान :
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