वीडियो : कांग्रेस जिलाध्यक्ष का बड़ा आरोप, यूपी भेजा गया बिहार के किसानों का खाद ..

उनके अनुसार 50 किलो डीएपी के लिए सरकारी दर 12 सौ रुपये और यूरिया का दर 266 रुपये तय किया गया है जबकि बाजार में इस दर से कहीं ज्यादा के दर से किसान खाद खरीदने को विवश हैं. इतना ही नहीं कालाबाजारी करने वाले अब नकली खाद भी बेच रहे हैं, जिससे कि किसान की फसल को भी नुकसान होगा. 



- किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने सरकार को घेरा
- सरकार के समक्ष रखी किसान हित से जुड़ी कई माँगे

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : "जिले के किसान खाद की भारी किल्लत झेल रहे हैं. पूरे शाहबाद में किसानों की जरूरत का केवल 14 प्रतिशत ही खाद उपलब्ध कराया गया है. ऐसे में जबकि 15 दिसंबर से पूर्व ही बुआई का काम संपन्न कर लेना होता है. किसान खासे परेशान हैं और यूपी से महंगे दाम में खाद खरीद कर लाने को मजबूर हैं. अंदेशा तो यह भी है कि उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनाव के मद्देनजर बिहार का कोटा काट कर खाद को यूपी भेजा जा रहा है." यह कहना है कांग्रेस जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवर्धन का। किसानों को हो रही खाद की किल्लत के मद्देनजर उन्होंने एक प्रेस वार्ता करते हुए यह बात पत्रकारों के समक्ष रखी. 



उन्होंने कहा कि सरकार से कांग्रेस पार्टी की तरफ से वह यह मांग करते हैं कि किसानों को रबी की बुआई हेतु डीएपी मिश्रित खाद जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जाए. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार द्वारा समय रहते किसानों की चिंता नहीं करने का ही परिणाम है कि आज खाद की किल्लत हो रही है. भारत सरकार केंद्र सरकार से अपने हिस्से का खाद नहीं ले पा रही है जबकि, केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश एवं पंजाब में चुनाव के चलते बिहार के खाद भी वहां देकर बिहार के साथ नाइंसाफी कर रही है.

उन्होंने कहा कि जिला कृषि पदाधिकारी ने और 400 मीट्रिक टन खाद की रैक आने की बात कही लेकिन, वह कालाबाजारी में चली गई. वह खाद की दुकानों पर पहुंची ही नहीं. ऐसे में किसान निराश लौट गए. जिलाध्यक्ष ने मांग करते हुए कहा कि कालाबाजारी करने वाले दुकानदारों पर सख्ती बरती जाए तथा इसमें संलिप्त लोगों को दंडित किया जाए. उनके अनुसार 50 किलो डीएपी के लिए सरकारी दर 12 सौ रुपये और यूरिया का दर 266 रुपये तय किया गया है जबकि बाजार में इस दर से कहीं ज्यादा के दर से किसान खाद खरीदने को विवश हैं. इतना ही नहीं कालाबाजारी करने वाले अब नकली खाद भी बेच रहे हैं, जिससे कि किसान की फसल को भी नुकसान होगा. ऐसे कालाबाज़ारी में शामिल लोगों के विरुद्ध छापेमारी अभियान चलाया जाए. साथ ही धान की शत-प्रतिशत एमएसपी पर खरीदारी भी सुनिश्चित की जाए ताकि अन्नदाताओं को उनका वाजिब हक मिल सके. मौके पर पूर्व विधायक श्रीकांत पाठक, जिला उपाध्यक्ष बजरंगी मिश्रा तथा वरिष्ठ नेता कामेश्वर पांडेय भी मौजूद थे.

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