बड़ी ख़बर : चौसा, बक्सर, डुमराँव तथा ब्रह्मपुर के रास्ते गुजरेगी बुलेट ट्रेन, डीपीआर बनना शुरु ..

हावड़ा तक बुलेट ट्रेन का संचालन किया जाएगा, जिसके लिए कारपोरेशन के द्वारा डीपीआर बनाने की पहल शुरू की गई है. बिहार के जिन जिलों से यह ट्रेन गुजरेगी वहां हाई स्पीड रेल कॉरिडोर बनाया जाएगा कॉरिडोर बनाने के लिए संबंधित जिले के जिला पदाधिकारियों को पत्र लिखकर उनसे डीपीआर बनाने में सहयोग मांगा गया है. 

 



- हाई स्पीड ट्रेन के रेल कॉरिडोर निर्माण की कवायद शुरू, मांगा गया डीपीआर
- बिहार में बुलेट ट्रेन के परिचालन का सपना हो रहा साकार


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : बिहार में बुलेट ट्रेन का सपना साकार होने जा रहा है. इसके लिए नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन लिमिटेड के द्वारा पहल भी शुरू कर दी गई है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से हावड़ा तक बुलेट ट्रेन का संचालन किया जाएगा, जिसके लिए कारपोरेशन के द्वारा डीपीआर बनाने की पहल शुरू की गई है. बिहार के जिन जिलों से यह ट्रेन गुजरेगी वहां हाई स्पीड रेल कॉरिडोर बनाया जाएगा कॉरिडोर बनाने के लिए संबंधित जिले के जिला पदाधिकारियों को पत्र लिखकर उनसे डीपीआर बनाने में सहयोग मांगा गया है. 

इस पत्र के प्राप्त होने के बाद जिले की राजस्व शाखा के द्वारा बक्सर और डुमरांव के अनुमंडल पदाधिकारियों को इसमें सहयोग करने की बात कही गई है वहीं, सदर अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा चौसा और बक्सर के अंचलाधिकारियों को पत्र लिखकर निर्देशित किया गया है कि वह रेल कारपोरेशन के द्वारा प्राप्त पत्र के आलोक में उचित कार्रवाई करते हुए भूमि अधिग्रहण संबंधित सूची तैयार करें. माना जा रहा है कि नए साल में अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो अगले 5 सालों में वाराणसी से हावड़ा तक का सफर महज चार से पांच घंटे में पूरा कर लिया जाएगा.

यहां बता दें कि जिले के दोनों अनुमंडल के चार अंचल चौसा, सदर, डुमरांव व ब्रह्मपुर के 49 मौजे की भूमि की डीपीआर बना भूमि अधिग्रहण सम्बंधित सूची बनाई जानी है. जिसके लिए सम्बंधित अंचल पदाधिकारियों को पत्र प्रेषित किया गया है. सूची के अनुसार चौसा अंचल से 11 मौजे, सदर अंचल से 18, डुमरांव से 18 व ब्रह्मपुर अंचल से पांच मौजे आ रहे है.

जिसके तहत चौसा अंचल से कोनिया, ख़िलाफ़तपुर, नारायणपुर, कनक नारायणपुर, न्यायीपुर, चौसा, खेमराजपुर, कठघरवा, हुसैनपुर, ढुढ़नी और जोकही, सदर अंचल से कमरपुर, बहाबुद्दीन चक, बेलही, पुलिया, गोविंदापुर, छोटका नुआंव, गोप नुआंव, पाण्डेयपट्टी, लालगंज, मठिया गुरुदासपुर, सोंधिला, नदांव, पण्डितपुर, जगदीशपुर, कुल्हड़िया, भटवलिया, बसौली, बरुना तथा डुमरांव अंचल से सुरौंधा, नौडीहा, नेनुआ, मरवतिया, हाटा, मोहनपुर, डुमरांव, भीखा बांध, नंदन, अमथुवा, श्रीरामपुर, छतनवार, सरौरा, रेहिया व सोवा ब्रह्मपुर अंचल से धरौली, कैथी, रायपुर, बसवर, पकराही आदि इस रूट में शामिल हैं.

कहते हैं अंचलाधिकारी :

पत्र प्राप्त होने के बाद कर्मचारियों व अमीनों को यह निर्देश दिया गया है कि वह भूमि की जांच की प्रक्रिया शुरू करें. हालांकि, इसमें कुछ विलंब होगा. निश्चित रूप से जब पॉवर प्लांट आदि की स्थापना हो रही है तो इस तरह के विकास कार्य होंगे ही.

बृज बिहारी प्रसाद
अंचलाधिकारी, चौसा









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