वीडियो : कोरोना के नए वैरिएंट से मुकाबले को तैयार है स्वास्थ्य महकमा ..

सदर अस्पताल तथा डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में हर बेड तक ऑक्सीजन पाइप लाइन पहुंचाने के लिए किया जा रहा कार्य अब पूरा हो गया है. पाइपों का रंग रोगन करने का कार्य तेजी से चल रहा है, जल्द ही वह भी पूरा हो जाएगा. इसके बाद बेड तक आसानी से ऑक्सीजन सप्लाई हो सकेगी. इसके अतिरिक्त ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आदि की व्यवस्था भी अस्पतालों में हैं.



- व्यवस्थाओं को किया जा रहा दुरुस्त
- ऑक्सीजन, जांच व दवाओं की नहीं होगी किल्लत


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को को लेकर देशभर में व्यापक तैयारियां की जा रही है. प्रदेश में भी इसके लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है. जिले में कोरोना वायरस के स्वरूप से निपटने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य समिति के द्वारा कमर कस ली गई है. सदर अस्पताल तथा डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में हर बेड तक ऑक्सीजन पाइप लाइन पहुंचाने के लिए किया जा रहा कार्य अब पूरा हो गया है. पाइपों का रंग रोगन करने का कार्य तेजी से चल रहा है, जल्द ही वह भी पूरा हो जाएगा. इसके बाद बेड तक आसानी से ऑक्सीजन सप्लाई हो सकेगी. इसके अतिरिक्त ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आदि की व्यवस्था भी अस्पतालों में हैं.

स्वास्थ विभाग के द्वारा दूसरे देशों से आने वाले लोगों की विदेश मंत्रालय के माध्यम से प्राप्त सूची के आलोक में उनकी जांच की जा रही है. दूसरे राज्यों से आ रहे लोगों की कोविड जांच के लिए रेलवे स्टेशन पर व्यवस्था की गई है, जहां देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले लोगों की एंटीजन टेस्ट की जा रही है. लोग बिना टेस्ट कराए नहीं भागे इसके लिए प्लेटफॉर्म के पश्चिमी छोर की बैरिकेडिंग कर दी गई है. यह बात और है कि बैरिकेडिंग तोड़ कर कुछ लोग निकलने में कामयाब हो जा रहे हैं. इसके अतिरिक्त सुरक्षा बल की कमी के कारण भी कुछ लोग बिना जांच कराए भाग जा रहे हैं.

जिला स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों के मुताबिक बाहर से आने वाली किसी भी ट्रेन में अब तक कोई संक्रमित व्यक्ति पाए जाने की सूचना नहीं है जबकि, रेलवे स्टेशन पर जांच कर रहे कर्मियों से पूछने पर उन्होंने बताया कि जिन लोगों में कोविड-19 जैसे लक्षण दिख रहे हैं, उनका एंटीजन टेस्ट करने के बावजूद भी उनके स्वाब का नमूना लेकर आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जा रहा है.

ट्रूनेट तथा आरटीपीसीआर टेस्ट की व्यवस्था से मिल रही त्वरित जांच रिपोर्ट :

पहले जहां कोविड टेस्ट को लेकर काफी फजीहत झेलनी पड़ती थी वहीं अब बेहतर जांच की व्यवस्था सदर अस्पताल में ही हो गई है. यहां ट्रूनेट के साथ-साथ आरटी पीसीआर टेस्ट भी हो रही है जिसकी रिपोर्ट तत्काल लोगों को मिल जा रही है. ऐसे में जहां पहले पटना से जाँच रिपोर्ट आने में 8 से 10 दिन तक का समय लगता था वहीं अब यह काम महज कुछ घंटों में पूरा हो जा रहा है.

दवाओं की उपलब्धता के लिए मुख्यालय को लिखा गया पत्र :

कोविड संक्रमित व्यक्तियों को एहतियात के तौर पर जो दवाएं दी जाती है उन दवाओं की कमी नहीं हो इसके लिए भी जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा राज्य मुख्यालय को पत्र लिखकर दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का अनुरोध किया गया है। आवश्यक दवाओं की सूची तकरीबन 1 सप्ताह पूर्व ही भेजे जाने की बात कही जा रही है.

कार्य कर रहा है डिजिटल एक्सरे जल्द ही शुरू हो जाएगा अल्ट्रासाउंड :

सदर अस्पताल में पीपीपी मोड में डिजिटल कार्य कर रहा है जहां लोगों को त्वरित व सटीक रिपोर्ट प्राप्त हो रही है। इसके अतिरिक्त कोविड संक्रमण का पता लगाने में सहायक सीटी स्कैन मशीन भी अस्पताल में इंस्टॉल की जा चुकी है, जिसका जल्द ही उद्घाटन किया जाना है. सीटीसकैन की सुविधा लोगों को निशुल्क तो नहीं होगी लेकिन, बाजार से आधे कीमत पर उपलब्ध होगी. खास बात यह है कि यदि कोई व्यक्ति निजी चिकित्सालय में भी अपना उपचार करा रहा है तो वह यहां सिटी स्कैन सुविधा का लाभ ले सकता है हालांकि, यदि सदर अस्पताल में इलाज हो रहा हो तो कीमत में अतिरिक्त छूट दिए जाने का प्रावधान है.

कहते हैं सिविल सर्जन :
कोविड के नए वैरिएंट से डरने की आवश्यकता नहीं है. स्वास्थ्य महकमा पहले से ही पूरी तैयारी कर चुका है. तैयारियों को फिर से रिफ्रेश किया जा रहा है. दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए बीएमआइसीएल को सूची भेजी गई है. इसके अतिरिक्त बाहर से जिले में आने वालों की एंटीजन तथा आरटीपीसीआर जांच की जा रही है.
डॉ अनिल भट्ट
प्रभारी सिविल सर्जन

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