सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम : बच्चों ने जाने विद्युत स्पर्शाघात से बचाव व प्राथमिक उपचार के नियम ..

बच्चों को यह बताया कि बिजली के तार अगर टूटकर सड़क पर गिरे हो तो उनसे दूरी बना कर चलना चाहिए. बरसात के दिनों में बिजली के खंभों से दूर रहना चाहिए. इसके साथ ही तालाब आदि के किनारे जाने से बचना चाहिए. बोरिंग के लिए खोले गए गड्ढों में भी ताकना झांकना नहीं चाहिए.




- प्राथमिक तथा मध्य विद्यालयों में चेतना सत्र के दौरान आयोजित हुआ कार्यक्रम
- हर शनिवार को कार्यक्रम में शामिल होते हैं बच्चे व शिक्षक

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जिले के विभिन्न प्राथमिक तथा मध्य विद्यालयों में मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के तहत सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान विद्युत स्पर्शाघात के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव की जानकारी बच्चों को दी गई. साथ ही साथ बिजली करंट के शिकार हुए व्यक्ति का प्राथमिक उपचार कैसे किया जाए यह भी बताया गया. वहीं, बच्चों को यह बताया गया कि किस प्रकार बोरिंग आदि के लिए खोदे गए गड्ढों में नहीं झांकना चाहिए अन्यथा दुर्घटनाएं हो सकती है. 




चेतना सत्र के दौरान जहां बच्चों को शारीरिक तंदुरुस्ती बनाए रखने की जानकारी दी गई वहीं, पढ़ाई शुरू होने से पूर्व आयोजित कार्यक्रम में शिक्षकों ने बच्चों को यह बताया कि बिजली के तार अगर टूटकर सड़क पर गिरे हो तो उनसे दूरी बना कर चलना चाहिए. बरसात के दिनों में बिजली के खंभों से दूर रहना चाहिए. इसके साथ ही तालाब आदि के किनारे जाने से बचना चाहिए. बोरिंग के लिए खोले गए गड्ढों में भी ताकना झांकना नहीं चाहिए.


जिला शिक्षा पदाधिकारी दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम नियमित रूप से चलाया जाता है. जिसमें बच्चों को आपदाओं से बचाव तथा प्राथमिक उपचार के बारे में जानकारी दी जाती है. इधर, मैट्रिक परीक्षा में शिक्षकों व पदाधिकारियों के व्यस्त रहने के बावजूद बेहतर ढंग से इस कार्यक्रम का आयोजन जिले के विभिन्न प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में किया गया है.







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