वीडियो : दो साल पूर्व पुत्र की मृत्यु के बाद मुआवजे के लिए दौड़ रहे पिता ने सीओ पर लगाया घूस मांगने का आरोप ..

अधिकारी व कर्मचारी दोनों की कार्यशैली से रुष्ट उक्त व्यक्ति शुक्रवार को जिला पदाधिकारी अमन समीर से मिलने पहुंचे तथा उन्होंने इस मामले में उनसे उचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया. आरोप के बारे में पूछने पर अंचलाधिकारी के द्वारा टालमटोल भरा जवाब दिया गया हालांकि, उन्होंने इस आरोप का खंडन किया.
अपनी व्यथा बताते पीड़ित व्यक्ति





- कहा, घूस के तौर पर 10 हज़ार की अंचलाधिकारी ने की मांग
- अंचल कार्यालय की क्लर्क को भी बनाया आरोपी

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : विभिन्न सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार की बातें सदैव सामने आती रहती हैं. उन विभागों में अंचल कार्यालय सबसे ऊपर माना जाता है. यहां छोटे से लेकर बड़े काम के लिए खुलेआम घूसखोरी की बातें सामने आती रहती हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है जो चौसा अंचल कार्यालय से संबंधित है. यहां आकाशीय बिजली गिरने से मृत्यु के शिकार हुए एक युवक के पिता मुआवजे के लिए पिछले तकरीबन दो वर्ष से अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन, उन्हें आज तक मुआवजा नहीं दिया गया. 




उक्त व्यक्ति का आरोप है कि काफी अनुरोध करने के बाद अब उसे भुगतान करने के लिए अंचलाधिकारी के द्वारा 10 हज़ार रुपये की मांग की जा रही है. वही अंचल कार्यालय की एक क्लर्क के द्वारा रिपोर्ट देने के नाम पर आने-जाने का खर्च माना जा रहा है. अंचल कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारी दोनों की कार्यशैली से रुष्ट उक्त व्यक्ति शुक्रवार को जिला पदाधिकारी अमन समीर से मिलने पहुंचे तथा उन्होंने इस मामले में उनसे उचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया. आरोप के बारे में पूछने पर अंचलाधिकारी के द्वारा टालमटोल भरा जवाब दिया गया हालांकि, उन्होंने इस आरोप का खंडन किया.

अपने आवेदन में चौसा बारे मोड़ निवासी ओमप्रकाश राम ने बताया कि उनके पुत्र मुकेश कुमार की मृत्यु आकाशीय बिजली गिरने के कारण हो गई थी. इस मामले में थाने में कांड संख्या 4/2020 के माध्यम से प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. बाद में जब काफी दिनों तक मुआवजे की राशि का भुगतान नहीं हुआ तो उन्होंने इस मामले के संदर्भ में पूछताछ की. उसे पहले यह कहा गया कि उनकी एक रिपोर्ट तैयार नहीं है. रिपोर्ट तैयार होते ही उन्हें भुगतान कर दिया जाएगा लेकिन, बाद में भुगतान के एवज में घूस की मांग की जाने लगी.उधर, सामाजिक कार्यकर्ता राजू खरवार का कहना है कि अंचलाधिकारी का यह कारनामा कोई नया नहीं है. पिछले दिनों वह भी जब वह भी एक काम लेकर अंचल कार्यालय में गए थे तो वहां उनसे 50 हज़ार रुपये की मांग की गई थी.




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