वीडियो : थानेदार और बालू माफियाओं की सांठगांठ को किया था उजागर, अब लगा रहे प्राण रक्षा की गुहार ..

ग्रामीण ने उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से वीडियो भेज दिया तब उन्होंने यह कहा कि यदि वह एसपी से इस बात की शिकायत करते हैं तो उन्हें झूठे मुकदमों में फंसा दिया जाएगा. हैरान-परेशान ग्रामीण अब यह सोच कर परेशान हैं कि क्या भ्रष्टाचार की शिकायत करने पर इस तरह की सजा मिलती है?





- एसपी नीरज कुमार सिंह से ग्रामीण ने की शिकायत
- एसपी ने गठित की जांच टीम कहा, दोषियों को मिलेगा कठोर दंड

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : बालू माफियाओं का दबदबा राजपुर क्षेत्र में इन दिनों काफी बढ़ा हुआ है. पिछले ही दिनों बक्सर टॉप न्यूज़ के द्वारा राजपुर क्षेत्र में ओवरलोडेड बालू लदे ट्रकों के संचालन की खबर प्रकाशित किए जाने के बाद अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा औचक छापेमारी की गई थी. जिसके बाद उन्होंने इस बात को सत्य पाया और छह बालू ट्रकों को पकड़ा भी था. बावजूद इसके बालू का यह खेल बदस्तूर जारी है. ग्रामीण बताते हैं कि इसमें राजपुर थाने के थानाध्यक्ष को पुलिस कर्मियों की मिलीभगत है. इस बात की शिकायत स्थानीय निवासी कृष्ण बिहारी सिंह ने एसपी से की लेकिन यह करना उनको काफी भारी पड़ गया और अब पुलिस उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने की तैयारी कर रही है. पीड़ित व्यक्ति एक बार फिर एसपी के समक्ष अपनी गुहार लेकर पहुंचे उन्होंने इस बात का लिखित आवेदन एसपी को देते हुए न्याय की गुहार लगाई है. इस मामले में एसपी नीरज कुमार सिंह ने कहा कि इस बात की जानकारी उन्हें मिली है और यह मामला बेहद गंभीर है. इसीलिए इस मामले की जांच डीएसपी से कराई जा रही है. जांच में दोषी पाए जाने पर निश्चित रूप से कठोर कार्रवाई की जाएगी.




दरअसल, सोमवार को राजपुर में आयोजित जनता दरबार के दौरान स्थानीय निवासी कृष्ण बिहारी सिंह ने यह शिकायत की थी कि राजपुर के थानाध्यक्ष युसूफ अंसारी के मिलीभगत से बालू के अवैध कारोबार के पोषित-पल्लवित होने की जानकारी दी थी. जिस पर एसपी ने उनसे इसका साक्ष्य प्रस्तुत करने की बात कही. जनता दरबार खत्म होने के बाद थानेदार ने कृष्ण बिहारी सिंह को अपने यहां बुला लिया और कहा कि वह अवैध वसूली के साक्ष्य एसपी को देने से पूर्व उन्हें दे दें ताकि वह कोई कार्रवाई कर सके. इस पर जब ग्रामीण ने उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से वीडियो भेज दिया तब उन्होंने यह कहा कि यदि वह एसपी से इस बात की शिकायत करते हैं तो उन्हें झूठे मुकदमों में फंसा दिया जाएगा. हैरान-परेशान ग्रामीण अब यह सोच कर परेशान हैं कि क्या भ्रष्टाचार की शिकायत करने पर इस तरह की सजा मिलती है?

बता दें कि बिहार के बिक्रमगंज से बक्सर के रास्ते उत्तर प्रदेश तक बालू के परिवहन का खेल लगातार चल रहा है. जहां बिक्रमगंज में 18 हज़ार रुपये में एक ट्रक बालू मिलता है वहीं से बालू माफिया यूपी में 1.25 लाख रुपये तक की कीमत पर बेचते हैं. लाल बालू के इस काले खेल में न सिर्फ पुलिसकर्मी बल्कि खनन विभाग के लोगों के भी मिलीभगत की बात सामने आती रहती है. मजे की बात तो यह है कि इस मामले में प्रभारी खनन पदाधिकारी भी अपनी बेबसी का रोना रोते नजर आते हैं. बाहर हाल एसपी नीरज कुमार सिंह के द्वारा मामले की जांच कराए जाने की बात कहे जाने पर पीड़ित ने संतोष व्यक्त किया है.

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