विवेक की स्मृति में रचनात्मकता और स्मृति संदर्भ पर आयोजित हुआ व्याख्यान ..

कहा कि विवेक से प्रेरित होकर उनकी स्मृति में ट्रस्ट के द्वारा निर्धन मेधावी छात्रों के लिए सेल्फ स्टडी ग्रुप चलाया जाता है वहीं समय-समय पर रक्तदान, वृक्षारोपण जैसे कार्यक्रम चलाए जाते हैं. वहीं माता अहल्या के नाम से संचालित प्रोजेक्ट के माध्यम से विद्यालय के बच्चियों को जूडो-कराटे के रूप में आत्मरक्षा के गुर भी सिखाये जा रहे हैं. 







- प्रतियोगी परीक्षा में उत्कृष्ट स्थान पाने वाले प्रतिभागी हुए
सम्मानित
- अहल्या प्रोजेक्ट के तहत बालिकाओं ने आत्मरक्षार्थ के गुर
का किया प्रदर्शन

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के प्रखर पत्रकार विवेक की स्मृति में गुरुवार को एक सभा का आयोजन किया गया जिसमें विवेक और रचनात्मकता विषय पर संदर्भित व्याख्यान आयोजित हुआ. विवेक सिन्हा मेमोरियल ट्रस्ट के तत्वाधान में स्थानीय सिटी पैलेस में आयोजित कार्यक्रम के बतौर मुख्य अतिथि अपर जिला व सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र तिवारी, विशिष्ट अतिथि विख्यात समाजसेवी मिथिलेश पाठक, रेडक्रॉस बक्सर के अध्यक्ष डॉ ए के सिंह, प्रखर साहित्यकार विष्णुदेव तिवारी, चुरामनपुर पंचायत के मुखिया धनजी पांडेय थे. वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता बक्सर उच्च विद्यायल के प्राचार्य डॉ विजय मिश्रा ने की. कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन अथितियों व विवेक की बेटी विशालिनी विवेक ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया. विषय प्रवेश करते हुए शिक्षक विमल कुमार सिंह ने कहा कि इस स्मृति सभा के माध्यम से विवेक की स्मृतियों से हम सब ऊर्जान्वित होते हुए अपनी रचनात्मकता को नई धार देते है और समाज के हाशिये पर खड़े लोगों को मुख्य धारा में लाकर एक समावेशी समाज के निर्माण के लिए इक़बाल बुलंद करते हैं. 




मुख्य अतिथि न्यायधीश श्री तिवारी ने कहा कि विवेक एक बेहतर और संवेदनशील इंसान थे तभी समाज के रचनात्मकता में वे पत्रकार व शिक्षक दोनों की भूमिका में एक आदर्श कीर्तिमान स्थापित किये और कम ही आयु में एक मानदंड निर्धारित कर दिए. ट्रस्ट की संचालिका दीपशिखा ने कहा कि विवेक से प्रेरित होकर उनकी स्मृति में ट्रस्ट के द्वारा निर्धन मेधावी छात्रों के लिए सेल्फ स्टडी ग्रुप चलाया जाता है वहीं समय-समय पर रक्तदान, वृक्षारोपण जैसे कार्यक्रम चलाए जाते हैं. वहीं माता अहल्या के नाम से संचालित प्रोजेक्ट के माध्यम से विद्यालय के बच्चियों को जूडो-कराटे के रूप में आत्मरक्षा के गुर भी सिखाये जा रहे हैं. मध्य विद्यालय चुरामनपुर की बच्चियां अपने इंस्ट्रक्टर सुनंद और अनुराधा के नेतृत्व में जुडे कराटे का प्रदर्शन भी की.


समाजसेवी मिथिलेश पाठक ने कहा कि विवेक खबर के पैमाने के साथ समझौता न किये वरन अपनी जिंदगी के साथ समझौता कर लिए, ऐसे ही कलमकारों की आवश्यकता आज समाज को है. विवेक की स्मृति में चलाए जा रहे रचनात्मक कार्यों का सहयोग में हर स्तर से करूंगा वहीं, रेडक्रास के अध्यक्ष डॉ के ए के सिंह ने कहा कि रचनाधर्मिता की रक्षा करते हुए, कर्तव्य व  उसूलों के साथ समझौता किये बगैर  हुए विवेक बलिदान हो गया उसके इस बलिदान पर हम सबको गर्व है. साहित्यकार विष्णुदेव तिवारी ने कहा कि विवेक इसलिए आज स्मृतियों में अपनी जगह बनाये बैठा है क्योंकि वह छोटे लोगों के हक़ और हुक़ूक़ के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ और सर्वस्व कुर्बान किया.

अध्यक्षीय प्रबोधन करते हुए डॉ विजय मिश्रा ने कहा  जो लौ विवेक ने जलाई थी वह दस वर्षों में और तीव्रता से अपना प्रकाश को चहुँओर बिखेर रही है. यही उसकी महानता को सिद्ध करने के लिए काफी है. कार्यक्रम का संचालन विमल कुमार सिंह और धन्यवाद ज्ञापन धर्मेंद्र ने किया.



सभा को संबोधित करने वालों में विधिक सेवा प्राधिकार की सदस्य आनंद रंजना,अधिवक्ता विनय कुमार सिन्हा, पत्रकार शुभनारायण पाठक, प्रमोद चौबे, शिक्षक कवि पूर्णानंद मिश्रा, नवनीत सिन्हा, उपेंद्र पाठक, अजय मिश्रा,नावानगर ब्लॉक प्रमुख अंकित यदुवंशी,चौसा ब्लाक के उप प्रमुख मोहित दुबे ने संबोधित किया. कार्यक्रम मुख्य रूप से पत्रकार अविनाश उपाध्याय,कपिंद्र किशोर,आलोक, ट्रस्ट के सुलभ सिन्हा,विवेक की पत्नी नीतू, राकेश,गिरीश पांडेय,अशोक सिंह, धीरज, धर्मेंद्र, सतेंद्र,सोमवीर,पूजा निधि ,पल्लवी समेत अनेक लोग थे.


कविता और गीत का हुआ पाठ:

कवि पूर्णानंद मिश्रा के द्वारा" तुम जिंदा हो "कविता का पाठ किया गया वहीं विश्वास वर्मा के द्वारा 'चिठ्ठी न कोई संदेश 'गजल का गायन हुआ. विवेक की पुत्री विशालिनी विवेक के द्वारा इतनी शक्ति हमे देना दाता का गायन किया गया.

प्रतियोगिता परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले हुए सम्मानित : 

विवेक की स्मृति में आयोजित प्रतियोगी परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को ट्रस्ट के द्वारा सम्मानित किया गया. सम्मानित छात्रों में गुड्डू कुमार साह, चानन कुमार, रविरंजन सिंह, राजाबाबू पासवान, आशीष कुमार को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया वहीं, मध्य विद्यालय चुरामनपुर की छात्राओं के जूडो- कराटे के बेहतर प्रदर्शन के लिए मैडल से सम्मानित किया गया.




















 














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