बैडमिंटन चैंपियनशिप में दो गोल्ड और एक सिल्वर ट्रॉफी पर कब्जा जमा प्रत्युष ने रचा इतिहास ..

उक्त चैंपियनशिप के इतिहास में यह पहली बार है जब बक्सर के किसी खिलाड़ी ने तीन सर्वश्रेष्ठ ट्राफी अपने नाम किया हो. प्रत्युष के जीत की लंबी फेहरिस्त रही है. इसके पहले भी प्रत्युष ने कई टूर्नामेंटों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. अंडर-14 में स्कूल नेशनल गेम भुनेश्वर में वर्ष 2018 में गोल्ड अपने नाम किया था. 
ट्राफी के साथ खिलाड़ी प्रत्युष, कोच आकाश और अन्य खिलाड़ी









- बक्सर जिले के चुरामन पुर के निवासी है प्रत्यूष
- एमएलसी राधाचरण के हाथों मिली ट्रॉफी

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर :  ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है. 
अल्लामा इकबाल का यह शेर बक्सर के चुरामनपुर के रहने वाले बैडमिंटन खिलाड़ी प्रत्युष पर सटीक बैठता है. आरा में तीन दिवसीय राधिका प्रसाद मेमोरियल इंटर डिस्ट्रिक्ट बैडमिंटन चैंपियनशिप 2022 में प्रत्युष ने दो गोल्ड और एक सिल्वर अपने नाम कर इतिहास रच दिया है. यह चैंपियनशिप 6, 7 और 8 अप्रैल 2022 को आरा के इंडोर स्टेडियम में खेली गई. इसमें पटना, औरंगाबाद, आरा और बक्सर के खिलाड़ियों ने भाग लिया था. पहले गोल्ड ट्राफी पर अंडर 19 डबल्स औरंगाबाद के आयुष और बक्सर के प्रत्युष ने आरा के राहुल और ओम आदित्य को हराकर कब्जा किया. जबकि प्रत्युष ने दूसरा गोल्ड आरा के खिलाड़ी राहुल को हराकर अपने नाम किया है. यहीं नहीं, मेंस (सीनियर सिंगल फाइनल) में प्रत्युष उपविजेता होकर सिल्वर ट्राफी पर कब्जा जमाया. बक्सर से पांच किलोमीटर की दूरी पर बसा चुरामनपुर के रहने वाले प्रत्युष प्रसिद्ध होमियोपैथ चिकित्सक डॉ. एसएन सिंह और सुमन देवी के सबसे छोटे और तीसरी संतान हैं. 





एमएलसी राधाचरण सेठ ने इन ट्राफियों को देते हुए प्रत्युष को ढेरों शुभकामनाएं भी दी. उक्त चैंपियनशिप के इतिहास में यह पहली बार है जब बक्सर के किसी खिलाड़ी ने तीन सर्वश्रेष्ठ ट्राफी अपने नाम किया हो. प्रत्युष के जीत की लंबी फेहरिस्त रही है. इसके पहले भी प्रत्युष ने कई टूर्नामेंटों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. अंडर-14 में स्कूल नेशनल गेम भुनेश्वर में वर्ष 2018 में गोल्ड अपने नाम किया था. प्रत्युष का यह सफर इतना आसान भी नहीं था. इसके पीछे कोच आकाश कुमार का भरपूर सहयोग और प्रत्युष का जी तोड़ मेहनत रंग ला रही है. 

डॉ. एसएन सिंह कहते हैं कि जब प्रत्युष वर्ग पांच में पढ़ता था, तब से ही बैडमिंटन खेल के प्रति गहरा लगाव हो गया. केंद्रीय विद्यालय के दसवीं का यह छात्र खेल में ही अपने भविष्य के सपनों को बुन रहा है और एक ऊंची उड़ान के लिए बेताब है ताकि देश और समाज का नाम रौशन हो सके. प्रत्युष के इस जीत पर पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता राम मुरारी, शाहिद फरीदी, रंगकर्मी शंकर वर्मा, कौशिक कुमार, पंकज कुमार एवं अन्य ने बधाई दी है.

















 














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