सामाजिक कार्यकर्ताओं का मानना है कि यह सामाजिक उतशृंखलता और समाज में पनप रहे अपराध व वहशीपना का उदाहरण है. निश्चित रूप से यह अपसंस्कृति है. हथियारों का प्रदर्शन करना, नर्तकियों के साथ नाचना, कहीं ना कहीं यह साबित करता है कि समाज में लफंगों का प्रभाव बढ़ा है. ऐसे लोगों को ना तो समाज और ना ही कानून से भय है.
- जिले के अलग-अलग इलाकों में सामने आए शस्त्र प्रदर्शन व फायरिंग के मामले
- एसपी ने कहा, हथियारों का प्रदर्शन स्वीकार्य नहीं, गिरफ्तार किए जाएंगे आरोपी
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जिले में शादी समारोह के दौरान हथियारों का प्रदर्शन और हर्ष फायरिंग की बातें अब आम हो गई हैं. एसपी नीरज कुमार सिंह बार-बार यह कह रहे हैं कि ऐसा करने वाले बच कर नहीं रहेंगे लेकिन, ऐसा होते दिख नहीं रहा है. फिलहाल जिले के दो अलग-अलग इलाकों से दो वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें हर्ष फायरिंग के साथ-साथ हथियारों का प्रदर्शन भी होता दिखाई दे रहा है.
पहला मामला सोनवर्षा ओपी थाना क्षेत्र का है जहां एक शादी समारोह में एक युवक नर्तकी के साथ स्टेज पर हथियार लेकर नाचते व हर्ष फायरिंग भी करता दिखाई दे रहा है. वीडियो तेजी से इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ है. जिसके बाद से पुलिसिया दावे खोखले साबित होते दिखाई दे रहे हैं. दूसरी तरफ इटाढ़ी इलाके में भी एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें एक युवक नर्तकी को नाचने के लिए हाथ में पिस्टल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है. यह वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
इन दोनों मामलों ने एक तरफ जहां पुलिसिया कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया है वहीं, दूसरी तरफ एक बड़ा प्रश्न है यह भी उठ रहा है कि क्या हथियार तस्करी का कारोबार जिले में तेजी से फल-फूल रहा है? क्योंकि पिछले दिनों बक्सर के तीन युवक हथियारों की तस्करी के आरोप में पकड़े गए हैं और अब इतनी आसानी से युवा हथियार लेकर ना सिर्फ प्रदर्शन बल्कि हर्ष फायरिंग भी कर रहे हैं. ऐसे में यह माना जा सकता है कि उन्हें आसानी से अवैध हथियार मिल जाए रहे हैं.
बहरहाल, शस्त्र प्रदर्शन पर हथियारों के लाइसेंस रद्द करने की बात कहने के बाद एसपी ने एक बार फिर यह भरोसा दिलाया है कि हथियार लेकर प्रदर्शन करने वाले युवकों को गिरफ्तार कर जेल का रास्ता दिखाया जाएगा. यह दावा वह इसलिए कर रहे हैं क्योंकि राजपुर में पिछले दिनों दो युवक तमंचे पर डिस्को करते हुए पकड़े गए थे लेकिन, उसके बाद भी कई ऐसे मामले सामने आ गए हैं जिनमें पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं.
सामाजिक कार्यकर्ताओं का मानना है कि यह सामाजिक उतशृंखलता और समाज में पनप रहे अपराध व वहशीपना का उदाहरण है. निश्चित रूप से यह अपसंस्कृति है. हथियारों का प्रदर्शन करना, नर्तकियों के साथ नाचना, कहीं ना कहीं यह साबित करता है कि समाज में लफंगों का प्रभाव बढ़ा है. ऐसे लोगों को ना तो समाज और ना ही कानून से भय है.
वीडियो :
0 Comments