न्यायाधीश की मौजूदगी में न्यायालय परिसर में लगाए गए 21 पौधे ..

संदेश दिया कि हमारे पास एक ही धरती है. हमें न केवल अपने लिए बल्कि अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए भी उसकी देखभाल करने की आवश्यकता है. इस अवसर पर कार्यालय भवन में उन्होंनें कहा कि इंसान के जीने के लिए जिस हवा, पानी, खाद्य की जरूरत होती है, वह पर्यावरण की ही देन है. इसके बिना धरती पर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है. इसलिए अपने पर्यावरण की रक्षा करना जरूरी है.





- पर्यावरण के महत्व को न्यायिक पदाधिकारी ने सबके साथ किया साझा
- विधिक सेवा प्राधिकार सदन के साथ-साथ व्यवहार न्यायालय परिसर में भी लगाए गए पौधे

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर स्थानीय व्यवहार न्यायालय के परिसर में स्थित जिला विधिक सेवा प्राधिकार कार्यालय में पौधारोपण का कार्यक्रम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश -सह-  जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव धर्मेंद्र कुमार तिवारी द्वारा किया गया. इस अवसर पर सचिव ने सर्वप्रथम एक पौधा लगाकर आमजन को यह संदेश दिया कि हमारे पास एक ही धरती है. हमें न केवल अपने लिए बल्कि अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए भी उसकी देखभाल करने की आवश्यकता है. इस अवसर पर कार्यालय भवन में उन्होंनें कहा कि इंसान के जीने के लिए जिस हवा, पानी, खाद्य की जरूरत होती है, वह पर्यावरण की ही देन है. इसके बिना धरती पर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है. इसलिए अपने पर्यावरण की रक्षा करना जरूरी है.


हर साल दुनियाभर में आज यानी 5 जून को पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. पर्यावरण दिवस के जरिए लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक कराने की कोशिश की जाती है. इंसान के जीने के लिए सभी जरूरी चीजें हमें पर्यावरण से ही मिलती हैं. इसलिए जरूरी होता है कि हम पर्यावरण की रक्षा करें और धरती पर संतुलन बनाए रखें. आज के इस औद्योगिक सभ्यता वाले युग में पर्यावरण बुरी तरह से दूषित हो रहा है. पर्यावरण में प्रदूषण के बढ़ते लेवल की वजह से कभी बारिश तो कभी सूखे की स्थिति रहती है. ऐसे में जरूरी है कि लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक कराया जाए. वर्ष 1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने पर्यावरण प्रदूषण की समस्या को देखते हुए स्टाकहोम (स्वीडन) में विश्व भर के देशों का पहला पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया था, इसमें 119 देशों ने भाग लिया. इसी सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम का जन्म हुआ तथा हर साल 5 जून को पर्यावरण दिवस आयोजित करके नागरिकों को प्रदूषण की समस्या से अवगत कराने का निश्चय किया गया था. इसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाते हुए राजनीतिक चेतना जागृत करना और आम जनता को प्रेरित करना था. विश्व पर्यावरण दिवस को हर साल नए थीम के साथ मनाया जाता है. इस बार विश्व पर्यावरण दिवस 2022 की थीम है, 'ओन्ली वन अर्थ' मतलब 'केवल एक पृथ्वी' है. पिछले वर्ष 2021 की पर्यावरण थीम विश्व पर्यावरण दिवस की थीम 'पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली है. जंगलों को नया जीवन देकर, पेड़-पौधे लगाकर, बारिश के पानी को संरक्षित करके और तालाबों के निर्माण करने से हम पारिस्थितिकी तंत्र को फिर से रिस्टोर कर सकते हैं पर अपने विचार प्रकट किए.

कार्यालय में कार्यरत सभी कर्मियों द्वारा एक- एक  पौधा लगाया गया. इस अवसर पर कुल 21 पेड़, व्यवहार न्यायालय परिसर में लगाए गए. बताते चलें कि वर्ष 2014 से प्रत्येक वर्ष माननीय सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, बक्सर की देखरेख में प्रत्येक वर्ष पौधारोपण का कार्यक्रम किया जाता रहा है. इस अवसर पर कार्यालय कर्मी सुधीर कुमार, दीपेश कुमार श्रीवास्तव,  सुमित कुमार, सुनील कुमार , मनोज कुमार  रवानी पारा विधिक स्वयंसेवक हरेराम यादव, अविनाश कुमार श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे.


















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