धन्नू अचानक पलटा और उसने धांय से गोली चला दी. गोली शेविंग कर रहे कारीगर के हाथ में लगी. इस हमले में मोनू बाल बाल बच गए लेकिन, उन्हें तब भी एहसास नहीं हुआ कि धन्नू ने गोली चलाई है. वह इधर-उधर देख ही रहे थे. तब तक सामने के दरवाजे से उनके ससुर सुनील पाठक हाथ में पिस्तौल लेकर चले आए.
- मोनू राय हत्याकांड में सामने आया सीसीटीवी फुटेज
- हत्याकांड में छह लोगों को बनाया गया है आरोपी
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : डुमरांव के वार्ड संख्या 20 के निवर्तमान पार्षद सोनू राय के भाई मोनू राय की हत्या मामले में पुलिस ने सुनील पाठक तथा उनके पुत्र प्रभात उर्फ़ धन्नू को जेल भेज दिया है वहीं, एक अन्य युवक जिसे हथियार उपलब्ध कराने के शक में पकड़ा गया था. उसे निर्दोष पाते हुए छोड़ दिया गया है इस मामले में सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. सीसीटीवी फुटेज में यह साफ दिख रहा है कि किस प्रकार मोनू सलून में शेविंग करा रहे हैं. उनके समीप ही उनका साला प्रभात पाठक उर्फ धन्नू उनकी ओर पीठ करके खड़ा है. उसकी गतिविधि को देखने से ऐसा लग रहा है कि वह कुछ हड़बड़ाहट में है लेकिन, मोनू राय इन सब से अनजान आराम से शेविंग करा रहे हैं. इसी बीच धन्नू अचानक पलटा और उसने धांय से गोली चला दी. गोली शेविंग कर रहे कारीगर के हाथ में लगी. इस हमले में मोनू बाल बाल बच गए लेकिन, उन्हें तब भी एहसास नहीं हुआ कि धन्नू ने गोली चलाई है. वह इधर-उधर देख ही रहे थे. तब तक सामने के दरवाजे से उनके ससुर सुनील पाठक हाथ में पिस्तौल लेकर चले आए. दोनों ने पहले मोनू को कब्जे में लिया और फिर सलून के अंदर बने कमरे में ले गए. इस दौरान धन्नू ने मोनू राय पर पिस्तौल की बट से कई वार किए. सीसीटीवी फुटेज देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इस दौरान मोनू को एक और गोली मारी गई जिसके बाद मोनू राय जमीन पर बैठ गए. इसी बीच उनके साले का पिस्टल भी फंस गया. वह अभी पिस्टल ठीक कर ही रहा था. इसी बीच उनके ससुर ने मोनू के सिर को निशाना बनाते हुए गोली चलाई जिसके बाद मोनू खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर गए.
निर्जीव मोनू के शरीर पर भी की लात-घूंसों की बरसात :
दोनों बाप-बेटों का खूनी खेल यहीं पर खत्म नहीं हुआ. दुश्मनी का जहर उनके अंदर इतना गहरा बैठा हुआ था कि जमीन पर निर्जीव पड़े मोनू राय को उसके साले धन्नू पाठक तथा उसके ससुर सुनील पाठक लगातार लात मार रहे हैं. धनु ने तो पिस्टल के बाद से दोबारा मोनू के सिर पर प्रहार किया लेकिन जब वह आश्वस्त हो गया कि मोनू अब जिंदा नहीं है तो दोनों बाप बेटे आराम से सलून से निकल गए.
मोनू राय से बातचीत करने लगा था धन्नू :
मोनू राय ने दो साल पूर्व सुनील पाठक की पुत्री पूर्णिमा से प्रेम विवाह किया था जब दोनों एक साथ फरार हुए तो सुनील पाठक ने अपहरण की प्राथमिकी भी दर्ज कराई थी हालांकि, मामला प्रेम प्रसंग का निकला. मोनू और पूर्णिमा की शादी से उन्हें पांच माह की एक बच्ची भी है. मोनू को लग रहा था कि अब स्थितियां सामान्य हो रही हैं. इसी बीच धन्नू से भी उसकी बातचीत होने लगी. घटना के दिन भी धन्नू को सलून में देखकर मोनू को यह आभास भी नहीं हुआ कि वह आज उसकी हत्या की साजिश रच कर पहुंचा है.
सुनील पाठक के घरवालों को नहीं है हत्या का अफसोस, छह लोगों को बनाया गया अभियुक्त :
मोनू राय की हत्या का सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद जब पुलिस सुनील पाठक और उनके पुत्र को गिरफ्तार करने के लिए उनके घर पर पहुंची तो घर वालों के मन में इस हत्या को लेकर जरा अफसोस नहीं था. वह इस हत्या को सही बता रहे थे. बाद में मृतक मोनू राय के पिता दीपक राय ने ससुर सुनील पाठक, साले प्रभात पाठक उर्फ धन्नू, प्रथम पाठक, भोला पाठक तथा एक रिश्तेदार दामोदर पांडेय की पत्नी गीता देवी को हत्या तथा मामले में साजिश रचने का आरोपी बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने परिजनों से की मुलाकात :
केंद्रीय मंत्री सह सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने मृतक मोनू राय के भाई भाजपा नेता सोनू राय उनके पिता एवं उनके अन्य परिजनों से मुलाकात की तथा उन्हें ढाढस बढ़ाया. उन्होंने दुख की इस घड़ी में धैर्य से काम लेने की बात कही.
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