स्नेहाशीष को मिली पत्रकारिता एवं जनसंचार में डॉक्टरेट की उपाधि ..

डॉ. स्नेहाशीष वर्धन ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई शोध संगोष्ठियों में शोध पत्रों का प्रस्तुतिकरण किया है, साथ ही कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में इनके शोध आलेख प्रकाशित हुए हैं. इसके अलावे उन्होंने जनसंचार विषय पर छह से अधिक किताबों में लेखन का काम किया है.






- बक्सर के पीपी रोड निवासी हैं स्नेहाशीष 
- स्वजनों के साथ साथ राजनीतिक व सामाजिक लोगों ने दी बधाई

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : नगर के पिपरपांती रोड निवासी स्नेहाशीष वर्धन को पत्रकारिता एवं जनसंचार में अपने मौलिक शोध कार्य जिसका शीर्षक प्रमुख राष्ट्रीय राजनीतिक दलों द्वारा न्यू मीडिया संचार की शुरुआत का प्रभाव विश्लेषण: भारत के प्रमुख राष्ट्रीय राजनीतिक दलों पर आधारित एक महत्वपूर्ण अध्ययन विषय पर दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय गया से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त हुई. यह शोध कार्य दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता व मीडिया, कला और सौंदर्य संकाय के अधिष्ठाता प्रो डॉ आतिश पराशर के निर्देशन में सम्पन्न हुआ. यह शोध मूल रूप से भारतीय जनता पार्टी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पर 
आधारित है.


विश्वविद्यालय के मीडिया लैब में आयोजित मौखिकी में मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय, हैदराबाद के मीडिया विभाग के अध्यक्ष प्रो डॉ मोहम्मद फरियाद विशेषज्ञ के तौर पर मौजूद रहें.

डॉ स्नेहाशीष वर्धन पटना विश्वविद्यालय के पटना कॉलेज से पत्रकारिता में स्नातक के बाद काशी हिंदू विश्वविद्यालय से पत्रकारिता एवं जनसंचार में परास्नातक की पढ़ाई पूरी की. उसके बाद इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से एमफिल उपाधि प्राप्त करने के बाद राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा नेट भी पत्रकारिता एवं जनसंचार विषय में हासिल की.
डॉ. स्नेहाशीष वर्धन ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई शोध संगोष्ठियों में शोध पत्रों का प्रस्तुतिकरण किया है, साथ ही कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में इनके शोध आलेख प्रकाशित हुए हैं. इसके अलावे उन्होंने जनसंचार विषय पर छह से अधिक किताबों में लेखन का काम किया है. वर्तमान में वें सहायक प्राध्यापक के रूप में गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय, सासाराम में अध्यापन का कार्य कर रहे हैं.

डॉ स्नेहाशीष वर्धन ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, शोध निदेशक प्रो डॉ आतिश पराशर और परिवारजनों को देने के अलावे अपने प्रारंभिक विद्यालय और विश्वविद्यालयों के गुरुजनों का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र मेरे लिए बिल्कुल नया था लेकिन कड़ी मेहनत और लगन से और अध्यापकों से मिलें उचित सलाह से राह आसान होती चली गयी जिससे उन्हें अकादमिक जीवन के उच्च सोपान को पाना आसान हो गया.

इस उपलब्धि पर उनके पिता सीताराम पांडेय, माता ज्योति पांडेय, बड़े भाई आशीष वर्धन, देब्योशीष वर्धन, बक्सर विधायक संजय कुमार तिवारी, सदर अनुमंडलाधिकारी सहित कई सामाजिक एवं राजनीतिक लोगों ने बधाईयां प्रेषित की है.


















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