अगस्त क्रांति दिवस के मौके पर राकांपा का धरना व मजदूरों की विचार गोष्ठी का आयोजन ..

कहा कि 9 अगस्त 1925 को स्वाधीनता के चार सेनानियों राजेंद्र लाहड़ी, राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खान एवं रोशन सिंह को मृत्यु दंड दिया गया. इन सबको काकोरी कांड का दोषी पाया गया था. 9 अगस्त 1867 स्वतंत्रता संग्राम का आगाज होने एवं 9 अगस्त 1942 में अंग्रेजों भारत छोड़ो तथा करो या मरो का नारा देकर महात्मा गांधी ने आंदोलन की शुरुआत पूरे देश में की. 




- भगत सिंह पार्क में किया गया था आयोजन
- दिवस के महत्व पर हुई चर्चा, डीएम को सौंपा गया ज्ञापन

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : अगस्त क्रांति दिवस के मौके पर अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने देश में बढ़ती महंगाई के विरोध में एक दिवसीय धरना दिया वहीं, निर्माण कामगार मजदूर यूनियन एटक के द्वारा भगत सिंह पार्क में गोष्ठी का आयोजन कर आजादी के शहीदों को याद किया गया. 



जिला राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी द्वारा क्रांति दिवस के मौके पर रख दिवसीय धरना देकर डीएम के माध्यम से राज्यपाल को केन्द्र और राज्य सरकार के खिलाफ नौ सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा गया. सभा की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष डा. सुभाष चन्द्र ओझा जिलाध्यक्ष द्वारा की गई वहीं, मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष सह कोर कमिटी मेम्बर विनोधर ओझा एवं विशेश्वर पांडेय भी मौजूद रहे. अपने देश में बढ़ रही महंगाई बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर अपने विचार रखें.


निर्माण कामगार यूनियन के बैनर तले दिन में 12:00 बजे से भगत सिंह को माल्यार्पण करने के पश्चात क्रांति दिवस के उपलक्ष में यूनियन के महासचिव सुदर्शन शर्मा ने अगस्त महीने के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि 9 अगस्त 1925 को स्वाधीनता के चार सेनानियों राजेंद्र लाहड़ी, राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खान एवं रोशन सिंह को मृत्यु दंड दिया गया. इन सबको काकोरी कांड का दोषी पाया गया था. 9 अगस्त 1867 स्वतंत्रता संग्राम का आगाज होने एवं 9 अगस्त 1942 में अंग्रेजों भारत छोड़ो तथा करो या मरो का नारा देकर महात्मा गांधी ने आंदोलन की शुरुआत पूरे देश में की. 

इन आंदोलनों ने युवाओं को प्रेरित करने का काम किया. उधर साम्राज्यवाद के अगुआ अमेरिका ने 6 अगस्त 1945 को पहला परमाणु बम हिरोशिमा जापान में गिराया तथा दूसरा परमाणु बम 9 अगस्त 1945 में जापान के नागासाकी में गिराया था. वक्ताओं ने कहा कि हम उन सभी सेनानियों एवं मारे गए लोगों को सच्ची श्रद्धांजलि देते हैं. उन्होंने कहा कि अगस्त क्रांति मजदूरों कामगारों शोषित कमजोर वर्गों को मजबूती प्रदान करने वाला दिन है. 

सभा की अध्यक्षता भरत राम ने की जबकि मौके पर रविंद्र प्रसाद, अशोक शर्मा, ललन राम, राम विलास राजभर, शशि रावत, रीना देवी, बृजेश कुमार, रामाशीष, जयप्रकाश चौहान, अवध बिहारी राम, गोपीचंद राणा सहित कई लोग मौजूद रहे.

















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