वीडियो : बक्सर में एक कप चाय की कीमत से भी कम हुआ ऑटो का किराया, परेशान चालकों ने पूछा, "पेट भरें या किश्त?"

साथ ही इसे कई जगहों पर प्रदर्शित भी किया गया है. नगर में ऑटो का किराया अब एक कप चाय की कीमत से भी कम हो गया है. उधर, ऑटो चालकों का यह कहना है कि जो किराया परिवहन विभाग के द्वारा तय किया गया है वह अव्यवहारिक है. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि अब पेट भरें या वाहन की किश्त?


- निर्धारित किया गया ऑटो और बसों का किराया
- विभिन्न जगहों पर किया गया प्रदर्शित

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : परिवहन विभाग के द्वारा नगर में ऑटो चालकों के द्वारा वसूले जाने वाले किराए को निर्धारित कर दिया है. अब ऑटो चालक परिवहन विभाग के द्वारा निर्धारित किराया ही सवारियों से वसूल सकेंगे. इसके साथ ही बसों का भी किराया निर्धारित कर दिया गया है. साथ ही इसे कई जगहों पर प्रदर्शित भी किया गया है. नगर में ऑटो का किराया अब एक कप चाय की कीमत से भी कम हो गया है. उधर, ऑटो चालकों का यह कहना है कि जो किराया परिवहन विभाग के द्वारा तय किया गया है वह अव्यवहारिक है. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि अब पेट भरें या वाहन की किश्त? हालांकि, जिला परिवहन पदाधिकारी का कहना है कि किराया बढ़ोत्तरी से पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी के समक्ष बैठक हुई जिसमें नगर थानाध्यक्ष यातायात प्रभारी तथा ऑटो चालकों के प्रतिनिधियों के द्वारा एक साथ बैठ कर यह तय किया गया था कि विभिन्न रूटों पर ऑटो का किराया क्या होना. चाहिए उसी के आधार पर जिला पदाधिकारी के द्वारा राज्य मुख्यालय को पत्र भेजा गया था इसके बाद विभागीय आदेश अनुसार किराया निर्धारित कर दिया गया.


दरअसल नागरिकों के द्वारा बार-बार यह शिकायत की जा रही थी कि ऑटो और ई-रिक्शा चालकों के द्वारा मनमाना किराया वसूला जाता है इस शिकायत के मद्देनजर किराया निर्धारण कर दिया गया. परिवहन विभाग द्वारा वाहन किराया को सार्वजनिक किए जाने के बाद ऑटो चालकों में काफी निराशा है. उनका कहना है की किराया काफी कम तय किया गया है. इससे तो हम सभी बेरोजगार हो जायेंगे. 


अब किश्त भरें या बबीबी-बच्चों का पेट? 

रेलवे स्टेशन निकट ई-रिक्शा चालक सुरेश व रविशंकर ने अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि प्रशासन ने काफी कम भाड़ा निर्धारित किया है. किश्त पर ई-रिक्शा खरीद किए जाने बाद दस हजार रुपए प्रतिमाह उन्हें किश्त के रूप में चुकाना पड़ता है-जबकि पूरे दिन में चार-पांच सौ रुपये की कमाई होती है. अब वह इतनी भी कमाई नहीं हो सकेगी. ऐसे में सवाल यह है कि किस भरे या बीबी-बच्चों का पेट?वहीं, धन्नू कुमार व अनिल का कहना था कि पूरे दिन की चार पांच सौ रुपये की आमदनी में तीन सौ रुपये ऑटो भाड़ा, 70 रुपए चार्जिंग के और 20 रुपए एजेंट को देना पड़ता है. अब तो वे भाड़ा भी नहीं दे सकेंगे. ऐसे में उनके साथ में जिले से पलायन के अतिरिक्त कोई रास्ता नहीं बचा.

कहते हैं पदाधिकारी :

किराया निर्धारण के पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया था. जिसमें नगर थानाध्यक्ष, यातायात प्रभारी एवं ऑटो चालकों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे. वहां तय किराए को जिला पदाधिकारी के माध्यम से राज्य मुख्यालय में भेजा गया जहां से किराया निर्धारित हुआ है.

विकास जायसवाल,
प्रभारी जिला परिवहन पदाधिकारी

ये है ऑटो का निर्धारित किराया :

- रेलवे स्टेशन से मॉडल थाना चौक तक प्रति यात्री - 3.60 रुपया
- रेलवे स्टेशन से गोलंबर प्रति यात्री  - 8.40 रुपया
- रेलवे स्टेशन से सिंडीकेट नहर प्रति यात्री - 6.30 रुपया
- रेलवे स्टेशन से भरौली तक प्रति यात्री - 40.80 रुपया
- बस स्टैंड से रेलवे स्टेशन प्रति यात्री - 4.80 रुपय
- बस स्टैंड से गोलंबर तक प्रति यात्री - 4.80 रुपया
- बस स्टैंड से नई बाजार प्रति यात्री - 7.80 रुपया
- बस स्टैंड से पुलिस चौकी प्रति यात्री - 4.80 रुपया
- बस स्टैंड से सदर अस्पताल प्रति यात्री - 13.80 रुपया

बस का निर्धारित किराया :

- साधारण बस सेवा के लिए - 1.50 रुपया/प्रति किमी.
- डीलक्स बस सेवा के लिए - 1.70 रुपया/प्रति किमी.
- डीलक्स एसी बस के लिए - 2.00 रुपया/प्रति किमी.
- वोल्वो, मर्सिडीज एवं समतुल्य - 2.50 रुपया/प्रति किमी.

वीडियो : 












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