आमरण अनशन पर बैठे सेवानिवृत्त शिक्षक, कहा- "हमें कुछ भी हुआ शिक्षा पदाधिकारी जिम्मेदार" ..

बताया कि हम लोगों ने पहले भी एसीपी योजना का लाभ पाने के लिए काफी संघर्ष किया है. कई बार धरने का भी आयोजन किया गया. बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हुई ऐसे में विभाग ने हमें आमरण अनशन पर बैठने के लिए मजबूर कर दिया है. 



- वित्तीय उन्नयन की मांग को लेकर आमरण अनशन पर हैं शिक्षक
- नगर के कमलदह पोखर पार्क पर शुरु किया अनशन

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : एमएसईबी योजना के तहत वित्तीय उन्नयन का लाभ से वंचित रिटायर्ड शिक्षकों ने गुरुवार से स्थानीय कवलदह पोखर परिसर में आमरण अनशन शुरु किया. उनका कहना है कि सरकार के द्वारा निर्देश दिए जाने के बावजूद जिला शिक्षा पदाधिकारी अनिल द्विवेदी के द्वारा मामले में टालमटोल किया जा रहा है साथ ही शिक्षकों के साथ दुर्व्यवहार भी किया जा रहा है आजिज आकर उन्होंने इस तरह का कदम उठाया है. यदि उन्हें कुछ भी हुआ तो इसकी सारी जवाबदेही जिला शिक्षा पदाधिकारी की ही होगी. शिक्षकों ने बताया कि आमरण अनशन प्रारंभ करने की सूचना जिला पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं अनुमंडल पदाधिकारी बक्सर को पूर्व में दे दी गई है.


अनशन पर बैठे शिक्षकों ने कहा कि काफी लंबे समय से एसीपी का लाभ पाने के लिए संघर्ष किया जा रहा है. कार्यालय द्वारा एमएसीपी का लाभ देने की सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है, लेकिन औपबंधिक सूची का प्रकाशन आज तक नहीं किया गया. जिला शिक्षा पदाधिकारी इसे टाल रहे हैं. सेवानिवृत्त शिक्षकों ने बताया कि हम लोगों ने पहले भी एसीपी योजना का लाभ पाने के लिए काफी संघर्ष किया है. कई बार धरने का भी आयोजन किया गया. बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हुई ऐसे में विभाग ने हमें आमरण अनशन पर बैठने के लिए मजबूर कर दिया है. 

अनशन पर बैठे शिक्षकों के समर्थन में काफी संख्या में अन्य शिक्षक उपस्थित थे. मौके पर श्याम बिहारी सिंह, विश्वनाथ पांडेय, राजेंद्र सिंह, राम नारायण पांडेय, मोहम्मद शफीक, राजेंद्र पांडेय, मोहम्मद समी उल्ला, अवध बिहारी सिंह, कृष्णकांत मिश्र, रामगिरी सिंह, रामदेव साहू, लाल प्रसाद गुप्ता, बेचू उपाध्याय व बबन राम मौजूद थे.











Post a Comment

0 Comments