कवियों ने एक ओर जहां बेरोजगारी के दंश को शब्दों में लपेट कर उकेरा तो वहीं, वीर, हास्य व शृंगार रस की कविताओं व मुशायरों से लोगों का मनोरंजन भी किया.
- अखिल भारतीय कवि सम्मेलन सह मुशायरा का आयोजन
- शिक्षक दिवस पर साबित खिदमत फाउंडेशन ने कराया आयोजन
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : ब्रह्मपुर प्रखंड के मॉडल हाई स्कूल परिसर स्थित मैदान में शिक्षक दिवस पर साबित ख़िदमत फाउंडेशन द्वारा अखिल भारतीय कवि सम्मेलन सह मुशायरा का आयोजन किया गया. सोमवार को करीब दिन के एक 12 बजें कवि सम्मेलन सह मुशायरा का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर फाउंडेशन के चेयरमैन दिलशाद आलम ने किया वहीं, उद्घोषक की कमान जिलें के मशहूर शायर साबित रोहतस्वी ने संभाली. कवि डॉ नसीम निशा बनारस, नंदिनी आजमगढ़, अहमद आजमी, फारूक रोहतस्वी, नसीम साह आजमी, फजीहत गहमरी, ह्रदय नारायण देहर हास्य कवि, रत्नेश राही, सुरेश कांटक आदि कवियों ने एक ओर जहां बेरोजगारी के दंश को शब्दों में लपेट कर उकेरा तो वहीं, वीर, हास्य व शृंगार रस की कविताओं व मुशायरों से लोगों का मनोरंजन भी किया.
कवि सम्मेलन का आगाज मशहूर शायर फजीहत गहमरी ने ‘गांधी हमारे होठ पे गोडसे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है’ सुनाया तो खूब तालियां बजीं. डॉ नसीमा निकहत ने कहा कि, "गुलशन ए हिंद को सींचा है लहू से हमने, बीज नफरत के किसी को नहीं बोने देंगे.." नंदिनी गोड़ ने "जान दे दी शहीदों ने किस शान से.." गा कर लोगों को देश भक्ति की भावना से ओतप्रोत कर दिया. उपस्थित दर्शकों ने जमकर तारीफ करते हुए तालियों से कवियों का सम्मान किया. कवि नसीम आज़मी ने "इश्क में और को नीचा नही होने देंगे
हम वतन को कभी रुसवा नहीं होने देंगे .." इस दौरान जिले के मशहूर कवि साबित रोहतासवी ने महफ़िल को नवाजते हुए कहा कि "नफ़रतें भुलाकर दोस्तों, उल्फत किया करो कि गजल से आपसी प्यार और भाईचारे का संदेश दिया करो..."
मौके पर विनोधर ओझा, डॉ निसार अहमद, मिथिलेश पाठक सहित जिलें के सैकड़ों की संख्या में गणमान्य अतिथि मौजूद थे.
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