जलभरी के साथ सिमरी में शुरु हुआ श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ ..

जैसे-जैसे उनका जत्था आगे बढ़ते जा रहा था वैसे वैसे भीड़ बढ़ते जा रही थी. महायज्ञ की शुरूआत होने से ग्रामीणों का उत्साह भी चरम पर पहुंच गया है. बता दें कि यह महायज्ञ श्री गंगापुत्र जी महाराज के सानिध्य में संपन्न हो रहा है. सैकड़ो श्रद्धालु कलश रख महायज्ञ में यजमान बनेंगे.






- गाजे बाजे के साथ आकर्षण के केन्द्र रहे कतारबद्ध श्रद्धालु
- हाथ में कलश ले महायज्ञ स्थल से गंगा घाट तक पैदल पहुंचे श्रद्धालु


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : बुधवार को सिमरी रामोपट्टी में आयोजित हो रहे श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ का कलश यात्रा निकाला गया. हाथों में कलश लिए हजारों श्रद्धालु महायज्ञ स्थल से कतारबद्ध हो निकले. उनके आगे-आगे परम पूज्य श्री गंगापुत्र श्री लक्ष्मीनारायण त्रिदंडी स्वामी जी महाराज व चर्चित कथा वाचक पूज्य देवकीनंदन भारद्वाज जी महाराज के साथ साधु संत व वैदिक ब्राह्मण चल रहे थे. पीछे से हाथों में कलश लिए हजारों श्रद्धालु नर-नारी जयकारे लगाते हुए चल रहे थे. गांव का भ्रमण करते हुए श्रद्धालुओं का कारवां ग्राम देवी मां काल रात्रि मंदिर पहुंचा. वहां माँ काली का पूजन-अर्चन कर बड़कागांव नगरपुरा के रास्ते केशोपुर गंगा घाट पहुंचा. कलश में पवित्र गंगाजल भरने के बाद श्रद्धालु वापस महायज्ञ स्थल पहुंचे. जुलूस में शामिल श्रद्धालुओं के जयघोष तथा पूज्य गंगापुत्र जी के जयकारे से माहौल भक्तिमय बन गया था. ग्रामीणों द्वारा जगह जगह जलभरी यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का स्वागत किया जा रहा था. वहीं जलभरी यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का उत्साह भी देखते ही बन रहा था. श्रद्धालुओं द्वारा कलश यात्रा के दौरान गगनभेदी नारे लगाए जा रहे थे. जैसे-जैसे उनका जत्था आगे बढ़ते जा रहा था वैसे वैसे भीड़ बढ़ते जा रही थी. महायज्ञ की शुरूआत होने से ग्रामीणों का उत्साह भी चरम पर पहुंच गया है. बता दें कि यह महायज्ञ श्री गंगापुत्र जी महाराज के सानिध्य में संपन्न हो रहा है. सैकड़ो श्रद्धालु कलश रख महायज्ञ में यजमान बनेंगे.

गुरूवार को किया जाएगा अरणी मंथन व पंचांग पूजन :

पूज्य श्री गंगा पुत्र जी महाराज ने बताया कि आज गुरुवार को अरणी मंथन व पंचांग पूजन कर इस महायज्ञ की विधिवत शुरूआत की जाएगी. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से ग्रामीणों का उत्साह व आस्था देखने को मिल रही है वह महायज्ञ की सफलता का प्रतीक है. उन्होंने आयोजन समिति के सदस्यों के परिश्रम की सराहना भी की तथा बताया कि सिमरी के ग्रामीणों की श्रद्धा भावना के कारण ही वे यहा यज्ञ कराना स्वीकार किए है.

देवकीनंदन भारद्वाज जी महाराज के कथामृत का श्रवण करेंगे श्रद्धालु : 

महायज्ञ के दौरान होने वाले वैदिक मंत्रोच्चार के साथ ही देश के चर्चित कथा वाचक पूज्य श्री देवकीनंदन भारद्वाज जी महाराज के मुखारबिंदु से प्रत्येक दिन कथामृत का पान श्रद्धालुओं को कराया जाएगा. इसके अलावे दिन में रामलीला तो रात में रासलीला का आयोजन किया जाएगा. जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. महायज्ञ आयोजन समिति के अग्रणी डा हिमांशु पांडेय, तिलकधारी पांडेय, डा अरबिंद पांडेय, डा आलोक पांडेय आदि ने बताया कि महायज्ञ तथा प्रत्येक दिन होने वाले रामलीला व रासलीला की तैयारी पूरी कर ली गई है. यज्ञ समिति के सदस्यों ने कहा कि यहा महायज्ञ काफी भव्य हो रहा है तथा दूर दूर से श्रद्धालु हर दिन कथा श्रवण करने तथा परिक्रमा करने आएंगे. सात नवंबर को पूर्णाहूति व विशाल भंडारे के साथ यह महायज्ञ संपन्न होगा.











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