तत्कालीन एसपी नीरज कुमार सिंह के निर्देश पर उन्हें निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया गया था. ऐसे में एक बार फिर दागी थानाध्यक्ष को संवेदनशील थाने की कमान सौंपा जाना कहीं ना कहीं यह साबित कर रहा है कि भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में पुलिस के वरीय अधिकारी भी शामिल हैं.
- चौसा में हुए बवाल के बाद लिया गया फैसला
- दिसंबर 2021 में बरहमपुर थाने से हटाए गए थे निर्मल कुमार
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : चौसा में हुए बवाल के बाद एक तरफ जहां दूसरे जिले में पदस्थापित किए गए अमित कुमार को डीआईजी के आदेश पर बक्सर से विरमित दिया गया वहीं, थाने की कमान ऐसे व्यक्ति को सौंपी गई है जिस पर पूर्व से ही भ्रष्टाचार के आरोप हैं. दरअसल मुफस्सिल थाने की खबर निर्मल कुमार को सौंपी गई है. इन पर ब्रह्मपुर के थानेदार रहते हुए शराब तस्करों से मिलीभगत के आरोप लगे थे.
आरोप था कि उन्होंने शराब तस्करी में पकड़ी गई गाड़ी को छोड़ दिया था. इसके अतिरिक्त अन्य आरोप भी लग रहे थे, जिनकी जांच अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सह एएसपी राज के नेतृत्व में गठित टीम के द्वारा की गई थी. मामला सही पाए जाने पर 26 दिसंबर 2021 को तत्कालीन एसपी नीरज कुमार सिंह के निर्देश पर उन्हें निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया गया था. ऐसे में एक बार फिर दागी थानाध्यक्ष को संवेदनशील थाने की कमान सौंपा जाना कहीं ना कहीं यह साबित कर रहा है कि भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में पुलिस के वरीय अधिकारी भी शामिल हैं.
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