वीडियो : जिले के 6.47 लाख लोगों को मिलेगा पाँच लाख रुपये तक का नि:शुल्क इलाज ..

इस योजना के बारे में उन्हें विस्तार से बताया साथ ही यह बताया कि बक्सर में सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ "दिव्यलोक चिकित्सा केंद्र" में भी अब मरीजों को पाँच लाख तक का नि:शुल्क इलाज मिल सकेगा. वहीं, "केयर डायग्नोस्टिक" में उन्हें नि:शुल्क डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जाएगी.

 





- पाँच लाख रुपये तक निशुल्क इलाज दिए जाने की योजना, दो निजी अस्पतालों में भी मिल रहा इलाज
- सरकारी अस्पतालों के प्रबंधकों व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हुई बैठक

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के तहत गोल्डन कार्ड धारियों को पांच लाख रुपये तक नि:शुल्क इलाज उपलब्ध कराया जाना है, जिसके तहत अस्पतालों में रोगियों को सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है. जिले में साढ़े छह लाखों लोगों का गोल्डन कार्ड बन चुका है. ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंदों को इस योजना के तहत लाभ प्रदान किया जा सके इसके लिए स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों कर्मियों के साथ-साथ सभी स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारियों के साथ आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ अशोक केशरी ने एक बैठक की. बैठक में उन्होंने इस योजना के बारे में उन्हें विस्तार से बताया साथ ही यह बताया कि बक्सर में सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ "दिव्यलोक चिकित्सा केंद्र" में भी अब मरीजों को पाँच लाख तक का नि:शुल्क इलाज मिल सकेगा. वहीं, "केयर डायग्नोस्टिक" में उन्हें नि:शुल्क डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जाएगी.


1574 बीमारियों के इलाज में मिलती है सहायता :

कार्यक्रम पदाधिकारी ने बताया कि आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के तहत लाभुकों को 1574 तरह के बीमारियों इलाज के लिए सहायता दी जाती है. मरीज विशेषज्ञ चिकित्सकों के यहां जाकर नि:शुल्क उपचार पा सकते हैं. उन्होंने कहा कि जिले के अस्पतालों के अतिरिक्त वह देश के अन्य बड़े अस्पतालों में भी अपना नि:शुल्क इलाज करा सकते हैं.

जिले में 6.47 लाख लोग हो रहे लाभान्वित :

डॉ अशोक ने बताया कि वर्ष 2011 की सामाजिक आर्थिक जनगणना पिछड़ा माने गए लोगों को इस योजना से जोड़ा गया है. उन्हें स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एक पत्र भेजा गया है अभी से लेकर आने पर उनका गोल्डन कार्ड बना दिया गया है, जिनके वह चिट्ठी नहीं पहुंची वह अपना राशन कार्ड लेकर आ सकते हैं, जिसके आधार पर उनका कार्ड बना दिया. कार्यक्रम पदाधिकारी के मुताबिक तकरीबन 18.5 लाख की आबादी में 6.47 लाख लोगों का गोल्डन कार्ड बना है.












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