डुमरांव रेलवे स्टेशन पहुंचे एडीआरएम, फ्रेट टर्मिनल के निर्माण पर जताया असंतोष ..

एडीआरएम ने निरीक्षण के दौरान एइएन से डीपीआर और कार्य परियोजना का नक्शा मांगा लेकिन इन दोनों में से कोई दस्तावेज अधिकारी के पास मौजूद नहीं था. इस पर एडीआरएम बिफ़र पड़े और कहा कि बिना डीपीआर और नक्शे के काम कैसे चल रहा है? क्या ऐसी परियोजना जैसे-तैसे पूरा किया जा रहा है? 





- औचक निरीक्षण के दौरान डीपीआर और नक्शा नहीं रहने पर हुए नाराज़
- कार्य में गड़बड़ी देख अधिकारियों को दी चेतावनी

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : गुरुवार को दानापुर रेल मंडल के एडीआरएम आधार राज डुमरांव रेलवे स्टेशन पहुंचे. इस दौरान उन्होंने निर्माण इस दौरान उन्होंने निर्माणाधीन फ्रेट टर्मिनल का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों से इस संदर्भ में बातचीत की. एडीआरएम कार्य से असंतुष्ट दिखे  तथा उन्होंने निर्माण कार्य के दौरान कई तरह की गड़बड़ियों रोष व्यक्त करते हुए एइएन को फटकार लगाई. और कार्य सही ढंग से ससमय पूरा करने का निर्देश दिया.


दरअसल एडीआरएम ने निरीक्षण के दौरान एइएन से डीपीआर और कार्य परियोजना का नक्शा मांगा लेकिन इन दोनों में से कोई दस्तावेज अधिकारी के पास मौजूद नहीं था. इस पर एडीआरएम बिफ़र पड़े और कहा कि बिना डीपीआर और नक्शे के काम कैसे चल रहा है? क्या ऐसी परियोजना जैसे-तैसे पूरा किया जा रहा है? उन्होंने कहा कि अधिकारी तय समयावधि के अंदर कार्य को पूरा करें अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.

अभियंताओं को डीआरएम ने दिया निर्देश:

उन्होंने बारी-बारी से सभी इंजीनियरों को काम करने का समय निर्धारित किया. जिसमें गेट शिफ्टिंग जल्द पूरा करने तथा रेलवे इलेक्ट्रिक ग्रिड के कुछ हिस्से को तोड़कर हटाने का निर्देश दिया. रेलवे बूम को छोटा करने तथा रेल ट्रैक से उसकी दूरी मानक के अनुरूप रखने का निर्देश दिया. इंजीनियरों के साथ मंत्रणा करते हुए उन्होंने कहा कि अगर मेन लाइन को थोड़ा आगे कर दिया जाता तो फ्रेड टर्मिनल का निर्माण और अधिक आसान हो जाता. एडीआरएम के निरीक्षण के दौरान फ्रेट टर्मिनल के निर्माण में लगे इंजिनियरों तथा संवेदकों की मुश्किलें बढ़ी रही.

बन रहा है 700 मीटर लंबा टर्मिनल, बिछ रही नई रेल लाइन  :

गौरतलब है कि डुमरांव के पश्चिमी रेलवे क्रासिंग के पास 700 मीटर लंबा फ्रेट टर्मिनल बनवाया जा रहा है. टर्मिनल में मालगाड़ी लाने के लिए डाउन लाइन के बगल में नई लाइन बिछेगी. वहीं, माल लोडिंग-अनलोडिंग के लिए तकरीबन आठ सौ वर्ग मीटर का गोदाम बनेगा. दरअसल फ्रेट कॉरिडोर के अंतर्गत माल गाड़ियों के लिए अलग पटरियां बिछाई जा रही है, जिससे कि मुख्य रेलवे लाइन पर माल गाड़ियों का आवागमन नहीं होगा इससे यात्री ट्रेनों की भी गति बढ़ सकेगी.










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