जमीनी हकीकत को देखते हुए प्रशासन को आवश्यक सुधार करने की आवश्यकता है. उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनके ज्ञापन सौंपने के बाद भी यदि जल्द ही व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो वह महिलाओं के साथ भूख हड़ताल पर बैठेंगी तथा आंदोलन को और भी तेज करेंगी.
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : सरकार चाहे हर घर नल का जल पहुंचाने, घरों में शौचालय बनवाने तथा बिजली की बेहतर व्यवस्था करने के दावे करे लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. आज भी ग्रामीण इलाकों में ऐसे कई घर हैं. जहां ना तो पीने का स्वच्छ पानी पहुंचा है और ना ही शौचालय की व्यवस्था है. और तो और बिजली कंपनी के द्वारा मनमाना बिल भेज कर भी लोगों को परेशान किया जा रहा है. अब तो बात महिलाओं की इज्जत तक पहुंच गई है. महिलाएं खुले में शौच करने जाती हैं तो उनके साथ दुष्कर्म की घटनाएं हो जाती हैं . ऐसे में उनकी इज्जत बचाना अब प्रशासहन के हाथ में है. यह कहना है पूर्व विधानसभा प्रत्याशी सह महिला नेत्री श्वेता पाठक का.
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