वीडियो : सरकार से मजदूरों को मिला लंबी उम्र का वरदान ..

उनके साथ-साथ अन्य श्रमिक भी इस योजना से जुड़ कर आपातकालीन परिस्थितियों में आर्थिक परेशानियों से बच सकते हैं. हालांकि, इस योजना के तहत केवल श्रम कार्ड धारी श्रमिकों को ही नि:शुल्क इलाज की सुविधा दी जा सकती है. इससे उनका परिवार आच्छादित नहीं होगा. 

 



- 38 हज़ार से ज्यादा श्रमिकों को जोड़ा गया
- श्रम कार्ड धारी श्रमिक पा सकते हैं लाभ

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य सेवा से श्रमिकों को भी लाभान्वित किया जा रहा है. जिले में अब तक हजारों श्रमिकों को इस योजना से जोड़ा जा चुका है. जिसके तहत वह अपना पांच लाख रुपये तक का नि:शुल्क इलाज सरकारी अथवा निजी अस्पताल में करा सकते हैं. जिले में भवन निर्माण से जुड़े श्रमिकों को इसी योजना के साथ जोड़ा गया है. उनके साथ-साथ अन्य श्रमिक भी इस योजना से जुड़ कर आपातकालीन परिस्थितियों में आर्थिक परेशानियों से बच सकते हैं. हालांकि, इस योजना के तहत केवल श्रम कार्ड धारी श्रमिकों को ही नि:शुल्क इलाज की सुविधा दी जा सकती है. इससे उनका परिवार आच्छादित नहीं होगा. 


जिले के 38 हज़ार से ज्यादा मजदूरों को मिल रहा लाभ :

जिला कार्यक्रम समन्वयक ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना से पूरे परिवार को जोड़ने के अतिरिक्त श्रमिकों के लिए यह विशेष योजना से लाई गई है. जिले में अब तक 38,195 मजदूरों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से जोड़ कर उनका गोल्डन कार्ड बनाया जा चुका है. यह योजना लगातार जारी है जिस व्यक्ति के पास श्रम विभाग के द्वारा जारी श्रम कार्ड हो वह आयुष्मान कार्ड बना सकता है और आपातकालीन स्थिति में बीमारियों में लगने वाले खर्चे से अपना बचाव कर सकता है.

1574 बीमारियों का मिल रहा इलाज :

योजना के तहत तकरीबन 1574 बीमारियों का नि:शुल्क इलाज के लिए सहायता दी जाती है. मरीज विशेषज्ञ चिकित्सकों के यहां जाकर नि:शुल्क उपचार पा सकते हैं. जिले के अस्पतालों के अतिरिक्त वह देश के अन्य बड़े अस्पतालों में भी अपना नि:शुल्क इलाज करा सकते हैं. कार्यक्रम समन्वयक ने बताया कि जिन परिवारों को सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 के मुताबिक आर्थिक रूप से पिछड़ा माना गया है उन सभी परिवारों के लिए आयुष्मान प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाना बनाने का प्रावधान पूर्व से ही है. यदि किसी के पास इस बाबत स्वास्थ्य विभाग का पत्र नहीं भी पहुंचा है, तो वह अपना राशन कार्ड लेकर स्वास्थ केंद्र में पहुंच सकता है जहां उसका आयुष्मान कार्ड बना दिया जाएगा.

कहते हैं अधिकारी :
कोई भी श्रम कार्ड धारी श्रमिक इस योजना का लाभ ले सकते हैं. इसके लिए उन्हें श्रम विभाग से दिए गए अपने श्रमिक पहचान पत्र को लेकर आना होगा. तुरंत ही उन्हें इस योजना से जोड़ते हुए उनका आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना का गोल्डन कार्ड बना दिया जाएगा.
डॉ अशोक केशरी,
जिला कार्यक्रम समन्वयक,
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना

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