बड़ी ख़बर : गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद के उम्मीदवार अभिराम सिंह को मिला प्रशांत किशोर का समर्थन ..

शिक्षक समाज रोज कहता है कि महागठबंधन ठगता है हम जाकर महागठबंधन का विरोध करें और आप लोग जाकर वोट महागठबंधन को दे देते हैं। इसका क्या मतलब है? इसका मतलब हुआ की दोनों तरफ की मलाई आप ही खाना चाहते हैं. इससे सुधार नहीं होने वाला है, अगर आपको भाजपा और राजद दोनों ने ठगा है तो दोनों को वोट मत कीजिए.





- सारण के जन सुराज पदयात्रा कैंप में जुटे आठ जिले के पांच हजार से अधिक शिक्षक 
- राजनितिक रणनीतिकार ने कहा  - अबकी बार ठगी से बचने की है जरूरत

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : प्रशांत किशोर ने जन सुराज पदयात्रा के सारण जिला स्थित मढ़ौरा प्रखंड के चीनी मिल मैदान में गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से आए पांच हजार से अधिक शिक्षकों से मुलाकात की और उनको संबोधित किया.इस बैठक में गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, रोहतास, कैमूर, बक्सर और भोजपुर जिले से चलकर आए 5 हजार से अधिक शिक्षकों ने आगामी विधान परिषद चुनाव में जन सुराज समर्थित उम्मीदवार अभिराम सिंह को जिताने का संकल्प लिया.

प्रशांत किशोर ने शिक्षकों से अपील की कि वे इस चुनाव में वे भाजपा और महागठबंधन दोनों का हराने का काम करें और एक बार शिक्षकों के हितों के लिए शिक्षकों के मुद्दे पर मतदान करें. शिक्षकों ने भी प्रशांत किशोर के सामने अपनी समस्यायों को रखा.

अभिराम सिंह की अपील : 

गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से जन सुराज समर्थित उम्मीदवार अभिराम सिंह ने आठों जिले से आए हजारों शिक्षकों से अपील करते हुए कहा कि शिक्षा को बचाने के लिए, बिहार को अग्रणी राज्यों की पंक्ति में लाने के लिए, शिक्षक समाज ने इस बार ठान लिया है कि दलगत राजनीति के दलदल से निकलकर इस विधान परिषद के चुनाव में वोट करेंगे और जन सुराज और प्रशांत किशोर की सोच के साथ जुड़कर बिहार में एक नई राजनीति की शुरुआत करेंगे.

जब तक वोट का चोट नहीं कीजिएगा, तब तक नेता सुधरने वाले नहीं है : प्रशांत किशोर 

जन सुराज पदयात्रा के दौरान गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से आए शिक्षकों को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की जनता का कोई भी काम नहीं हो पा रहा है. डाकबंगला पर सभी शिक्षकों पर लाठी डंडा चल रहा है. उसके बाद भी बिहार कि जनता में जाति, विचाराधारा व दल का नशा ही खत्म नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि शिक्षक यह चाहते हैं कि प्रशांत किशोर उनकी मदद करें उनके लिए प्रचार करें लेकिन आपको राजद और भाजपा के खिलाफ खड़े होकर एक निर्दलीय प्रत्याशी को जिताना चाहिए. शिक्षक चाहते हैं कि प्रशांत किशोर उनका आंदोलन करें लेकिन मुझे यह पता है कि आंदोलन कैसे और कब करना है. आपको पहले भी कई बार समझा चुका हूं कि नेता केवल एक ही बात समझते है वह है "वोट की चोट". आप उसको 5 साल गाली देते रहेंगे लेकिन वोट उसे ही देंगे तो वो जीवन भर नेता आपसे नहीं डरेंगे. तब डरेंगे जब आप उसको वोट देकर हराएंगे.

भाजपा और राजद दोनों ने शिक्षकों को ठगा है, आपने जिसको वोट दिया उसने आपके लिए कुछ नहीं किया: प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि आपने ही कहा था कि भाजपा और राजद दोनों दलों ने शिक्षकों के साथ धोखा किया है। कोई ठग रहा है तो आप लोग उनको वोट क्यों दे रहे हैं? आप ये झूठ भी नहीं बोल सकते हैं कि आपके पास विकल्प नहीं है, क्योकि 10 लोग निर्दलीय चुनाव में खड़े हैं. आप निर्दलीय उम्मीदवार को वोट दीजिए ताकि आप अपने बच्चों के प्रति तो ईमानदार रहेंगे. शिक्षक समाज रोज कहता है कि महागठबंधन ठगता है हम जाकर महागठबंधन का विरोध करें और आप लोग जाकर वोट महागठबंधन को दे देते हैं। इसका क्या मतलब है? इसका मतलब हुआ की दोनों तरफ की मलाई आप ही खाना चाहते हैं. इससे सुधार नहीं होने वाला है, अगर आपको भाजपा और राजद दोनों ने ठगा है तो दोनों को वोट मत कीजिए, क्योंकि जिसको आपने वोट किया था उसने आपके लिए कोई काम नहीं किया है.

वीडियो : 




















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