जांच कराए जाने पर आरोपों को सही पाया गया. उसके बाद शहरी आवास एवं विकास विभाग के द्वारा जिला पदाधिकारी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था और फिर डीएम के आदेश अनुसार नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मनोज कुमार ने आखिरकार प्राथमिकी दर्ज करा दी.
- डुमरांव नगर परिषद की चेयरमैन रह चुकी है भागमणि देवी
- नियम के विरुद्ध राशि खर्च करने का लगा था आरोप, जांच में हुई पुष्टि
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : डुमरांव नगर परिषद की पूर्व चेयरमैन के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है उन पर नगर परिषद के विकास कार्यों की राशि खर्च करने में व्यापक अनियमितता की शिकायत मिली थी जिसकी जांच कराए जाने पर आरोपों को सही पाया गया. उसके बाद शहरी आवास एवं विकास विभाग के द्वारा जिला पदाधिकारी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था और फिर डीएम के आदेश अनुसार नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मनोज कुमार ने आखिरकार प्राथमिकी दर्ज करा दी.
दरअसल, पूर्व चेयरमैन पर यह आरोप था कि उन्होंने बजट का प्राक्कलन नहीं किया था और अनियमित रूप से सरकारी राशि का व्यय किया था. उनके विरुद्ध डुमरांव निवासी विभा देवी के द्वारा विभा देवी बनाम राज्य व अन्य परिवाद दायर किया गया था. हाई कोर्ट द्वारा सुनवाई के बाद 28 अप्रैल 2021 को आदेश पारित कर लगाए गए आरोपों को जांच करने का निर्देश दिया गया था. इस आलोक में अपर समाहर्ता तथा अनुमंडल पदाधिकारी डुमरांव के द्वारा संयुक्त रूप से जांच की गई तथा आरोपों को सही पाया गया था.
डुमरांव के साथ-साथ बक्सर में भी हुए हैं कई घोटाले, सामाजिक मंच न्यायालय में लगाएगा गुहार :
मजदूर नेता तथा सामाजिक मंच के संयोजक प्रदीप शरण ने कहा है कि डुमरांव के साथ-साथ बक्सर नगर परिषद में भी एक नहीं बल्कि अनेक घोटाले हुए हैं. होल्डिंग टैक्स से लेकर स्ट्रीट लाइट के अधिष्ठापन एवं साफ-सफाई के नाम पर भी जो घोटाले हुए हैं उनकी जांच कराई जाए तो कई माननीयों के साथ-साथ अधिकारियों की भी गर्दन फंसेगी. हालांकि, सामाजिक मंच पूर्व से भी इन घोटालों पर आवाज उठाता रहता है और आगे भी यह अभियान जारी रहेगा. इतना ही नहीं अब बक्सर नगर परिषद के घोटालों की जांच के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा.
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