वीडियो : नारायणपुर में भीषण अगलगी, डेढ़ दर्जन छोटे किसानों के बीस बीघे की फसल नष्ट ..

उम्मीद थी कि फसल बेचकर परिवार का साल भर तक भरण-पोषण करने भर पैसे मिल जाएंगे. लेकिन क्या पता था कि ऐसी विपत्ति आ जायेगी. कमला पासवान नामक किसान ने कहा कि एक एकड़ में तकरीबन 15 क्विंटल गेहूं की उपज होती है. ऐसे में किसानों को भारी नुकसान हुआ  है.





- दमकल कर्मियों ने मेहनत कर पाया आग पर काबू
- देर से पहुंचने का किसानों ने लगाया आरोप

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : गर्मी का प्रभाव बढ़ने के साथ ही अगलगी की घटनाओं में भी लगातार इजाफा हो रहा है. जिला प्रशासन के द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए संदेश तो दिए जा रहे हैं लेकिन अगलगी की घटना हो जाने के बाद तुरंत उस पर काबू पाने के लिए पर्याप्त संसाधन मौजूद नहीं दिखाई दे रहे, जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है. सोमवार को भी जिले के नारायणपुर बधार में लगी आग के कारण तकरीबन डेढ़ दर्जन छोटे किसानों की 20 बीघे में किसानों की कड़ी मेहनत से उपजाई गई फसल जलकर खाक हो गई. आग नारायणपुर बधार से कमधरपुर गांव तक पहुंच गई थी. जिन लोगों की फसल जली है उनमें से कई लोगों ने कर्ज लेकर खेती की थी ऐसे में उनपर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है. उनका रो-रोकर बुरा हाल है.
दरअसल, दिन में तकरीबन 12:00 बजे नारायणपुर बधार में अगलगी की घटना सामने आई. किसानों ने खेतों से धुआं उठता देखा तो दौड़े-भागे खेतों की तरफ पहुंचे. आग विकराल रूप लेती जा रही थी. कुछ किसानों ने किसी प्रकार आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन वह स्वयं झुलसने लगे. ऐसे में उन्होंने पहले अपनी जान बचाना मुनासिब समझा. 

बाद में थाने की पुलिस को सूचना दी गई जिसके बाद पुलिस ने फायर ब्रिगेड को मौके पर भेजा. लेकिन जब तक फायर ब्रिगेड के अधिकारी पहुंचते तब तक आग ने कई किसानों के खेतों में खड़ी फसल को अपनी चपेट में ले लिया.

वीडियो : 


महिला किसान ने कर्ज लेकर की खेती, दिव्यांग पति और बेटे की है जिम्मेदारी :

मौके पर दहाड़ मार कर रो रही कमधरपुर गांव निवासी सुंदरी देवी ने बताया कि इन्हें खेतों में एक बीघा खेत उनका भी था कर्ज लेकर उन्होंने खेत में गेहूं की बुवाई की पति दिव्यांग हैं और एक छोटा बच्चा है. उम्मीद थी कि फसल बेचकर परिवार का साल भर तक भरण-पोषण करने भर पैसे मिल जाएंगे. लेकिन क्या पता था कि ऐसी विपत्ति आ जायेगी. कमला पासवान नामक किसान ने कहा कि एक एकड़ में तकरीबन 15 क्विंटल गेहूं की उपज होती है. ऐसे में किसानों को भारी नुकसान हुआ  है.

इटाढ़ी से वाहन लेकर पहुंचे थे दमकलकर्मी :

दमकल कर्मियों का कहना है कि वह इटाढ़ी से छोटी दमकल वाहन लेकर पहुंचे हैं. जब वह पहुंचे तो उन्होंने कुछ किसानों की खेती को बचा लिया लेकिन अधिकांश किसानों के खेत जल गए थे. दमकल कर्मियों के मुताबिक जिला मुख्यालय में दो बड़ी गाड़ियां हैं. जिन्हें भीषण अगलगी की स्थिति में बुलाया जा सकता है, जबकि अलग-अलग थाना क्षेत्रों में छोटी-छोटी कई गाड़ियां हैं जिनके माध्यम से दमकल कर्मी आग लगने की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हैं.















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