वीडियो : G-20 शिखर सम्मेलन में डॉ दिलशाद ने किया जिले के चिकित्सकों का प्रतिनिधित्व ..

छतरपुर में आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्र के सभी विशेषज्ञों ने अपनी सहभागिता देकर आयोजन को कॉल रिकॉर्ड में तब्दील कर दिया सभी वक्ताओं को 2 से 3 मिनट का समय दिया गया था और 5 सेशन में यह सम्मेलन संपन्न हुआ.

 






- नई दिल्ली के छतरपुर में आयोजित हुआ था शिखर सम्मेलन
- एक दिन में 365 वक्ताओं के अभिभाषण के साथ बना वर्ल्ड रिकॉर्ड

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : देश की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में बक्सर के प्रख्यात चिकित्सक डॉ दिलशाद आलम शामिल हुए. शिखर सम्मेलन नई दिल्ली के छतरपुर स्थित लियांग से ललिता देवी यूनिवर्सिटी में आयोजित हुआ था जिसमें देश भर से पहुंचे 365 वक्ताओं ने अपने विचार रखे 1 दिन में इतनी संख्या में वक्ताओं के कार्यक्रम में शामिल होने का यह वर्ल्ड रिकॉर्ड बना जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया. 

कार्यक्रम में पद्मश्री डॉ बक्शी राम के साथ डॉ तिलक तंवर एक हाथ से ताली बजाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले अनमोल कैलाश सहित पूरे भारत से चुनकर आए 365 स्पीकर ने अपने वक्तव्य रखें. भारत के लिए इस साल जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करना बहुत महत्वपूर्ण है. छतरपुर में आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्र के सभी विशेषज्ञों ने अपनी सहभागिता देकर आयोजन को कॉल रिकॉर्ड में तब्दील कर दिया सभी वक्ताओं को 2 से 3 मिनट का समय दिया गया था और 5 सेशन में यह सम्मेलन संपन्न हुआ.

क्या है G-20 :

ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (G-20) अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है. G20 की स्थापना 1999 में एशियाई वित्तीय संकट के बाद वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में की गई थी. 2007 के वैश्विक आर्थिक और वित्तीय संकट के मद्देनजर G20 को राष्ट्राध्यक्षों/शासनाध्यक्षों के स्तर तक उन्नत किया गया था, और 2009 में इसे "अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग हेतु प्रमुख मंच" के रूप में नामित किया गया था. बाद में इसमें अन्य मुद्दों पर भी चर्चा होने लगी. भारत समेत इस ग्रुप के सदस्य 20 देशों के अतिरिक्त अन्य मेहमान देश भी इस कार्यक्रम में शामिल हैं. यह सम्मेलन देश के अलग-अलग भागों में एक वर्ष तक आयोजित होते रहेंगे. इसमें उन देशों के प्रमुख नेताओं के साथ विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ भी एक साथ मंच साझा कर अपने विचारों का आदान-प्रदान करेंगे.  

यह सम्मेलन सभी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मुद्दों पर वैश्विक संरचना और अधिशासन निर्धारित करने तथा उसे मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. भारत 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक G-20 की अध्यक्षता करेगा. इसमें देश के अलग-अलग भागों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होगा जिसमें आर्थिक मुद्दों के साथ-साथ व्यापार, जलवायु परिवर्तन, सतत विकास, स्वास्थ्य, कृषि, ऊर्जा, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और भ्रष्टाचार-विरोध आदि विषयों पर दुनियाभर से पहुंचे विशेषज्ञ अपनी राय रखते हैं और पूरे विश्व के क्रमिक विकास की नीतियां बनाते हैं.

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