वीडियो : जल निकासी की समस्या से परेशान लोगों ने कहा - इस बार डूबे तो नेताओं का भविष्य भी डूबेगा ..

स्थानीय जनप्रतिनिधियों व प्रशासन की उदासीनता के कारण जलजमाव की समस्या झेल रहे स्थानीय निवासी अनिल पांडेय व ग्रामीणों के सहयोग से जल निकासी के लिए तीन पम्प सेट खरीदे गए. जिससे जल निकासी के दौरान हज़ारों रुपये बिजली बिल और डीजल खर्च के नाम पर खर्च किए जा चुके हैं. 





- नगर के पांडेय पट्टी इलाके में वर्षों से भीषण जलजमाव की समस्या से परेशान हैं लोग
- अन्य इलाके के लोगों ने भी कहा - जनप्रतिनिधि नहीं करते कोई सुनवाई

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : बरसात आने में अब कुछ ही महीने बाकी हैं. लेकिन, इससे पूर्व  नगर परिषद क्षेत्र के कई इलाके ऐसे हैं जिसके लोग पिछले कुछ वर्षों से व्याप्त जल निकासी की गंभीर समस्या को लेकर डरे हुए हैं. अगले ही साल चुनावी वर्ष भी है ऐसे में नगर के पांडेय पट्टी इलाके के लोग तो चुनाव बहिष्कार की धमकी भी दे रहे हैं. सामाजिक कार्यकर्ता नंदू पांडेय का कहना है कि जल निकासी का स्थायी प्रबंध नहीं हुआ तो नेताओं को इसके परिणाम भुगतने होंगे. जनता जनप्रतिनिधियों को जूतों की माला भी पहनाएगी. हालांकि, नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी प्रेम स्वरूपम का यह दावा है कि जल निकासी के व्यापक प्रबंध किए जाएंगे. 
बरसात में दूध पोखरी कब्रिस्तान के सामने की सड़क


पांडेय पट्टी की बात करें तो यहां के लोग जल निकासी के लिए पटना हाईकोर्ट तक जा चुके हैं. हाई कोर्ट के द्वारा निर्देशित किए जाने के बाद भी अब तक वहां से जल निकासी का कोई स्थायी प्रबंध नहीं हो सका है. जल जमाव होने के बाद स्थानीय लोगों के सहयोग से किसी तरह पानी निकाल कर अस्थायी रूप से जलजमाव से मुक्ति दिलाई जाती है लेकिन तेज बारिश हो जाने के बाद वह भी करना मुश्किल होता है. रेलवे के द्वारा अस्थायी तौर पर नाला भी बनवाया गया लेकिन वह भी अब किसी काम का नहीं रहा. पटरियों के नीचे से स्थायी पाइप डालकर जल निकासी की योजना भी स्थानीय भी विभिन्न कारणों से धरातल पर नहीं उतर सकी. उधर, सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी विधानसभा में यह प्रश्न उठाने की बात तो कहते हैं लेकिन यह बात भी अब लोगों के गले नहीं उतर रही क्योंकि अब उनकी ही सरकार प्रदेश में हैं.
बरसात में पांडेय पट्टी इलाके में जलजमाव के हालात 

जल निकासी के लिए चंदा मांग कर खरीदे तीन पम्पसेट :

सामाजिक कार्यकर्ता नंदू पांडेय ने बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों व प्रशासन की उदासीनता के कारण जलजमाव की समस्या झेल रहे स्थानीय निवासी अनिल पांडेय व ग्रामीणों के सहयोग से जल निकासी के लिए तीन पम्प सेट खरीदे गए. जिससे जल निकासी के दौरान हज़ारों रुपये बिजली बिल और डीजल खर्च के नाम पर खर्च किए जा चुके हैं. नगर परिषद के द्वारा बीते वर्ष सक्शन पम्प से भी जल निकासी की कोशिश की गई लेकिन वह कोशिश जलजमाव की भयावहता के सामने नाकाफी साबित हुई.

सब्जी मंडी इलाके में भी भयंकर जलजमाव की स्थिति :

नगर परिषद कार्यालय के ठीक पीछे वार्ड संख्या 18 में जलजमाव की समस्या इस बार और विकराल होने वाली है. क्योंकि इस बार जल निकासी के लिए जो मार्ग था उसमें स्थानीय किसी दबंग व्यक्ति के द्वारा मिट्टी भरवा कर उसे बंद कर दिया गया है. सामाजिक कार्यकर्ता मतिउर्रहमान का कहना है कि सोहनी पट्टी, खलासी मोहल्ला जैसे इलाकों में भी जल जलजमाव की समस्या दिन ब दिन विकराल होती जा रही है. 

कहती हैं कार्यपालक पदाधिकारी :

नगर परिषद क्षेत्र में नालियों की सफाई का कार्य शुरू हो गया है. टीम बनाकर बारी-बारी से विभिन्न मोहल्लों के नालियों की सफाई की जा रही है. इसके अतिरिक्त कनीय अभियंता को भी मुख्य नालों की सफाई के लिए एस्टीमेट बनाने को निर्देशित किया गया है जिस पर विचार करते हुए नालियों की सफाई बेहतर ढंग से कराई जाएगी. पांडेय पट्टी इलाके की जल निकासी के लिए भी प्रबंध किए गए थे. इस बार स्थायी नाला निर्माण संबंधी प्रस्ताव पर विचार होगा. 

प्रेम स्वरूपम
कार्यपालक पदाधिकारी,
नगर परिषद, बक्सर

वीडियो : "हम होंगे कामयाब" कार्यपालक पदाधिकारी



















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