सेंट्रल जेल के बंदियों ने समझा योग और ध्यान का महत्व ..

केंद्रीय कारा में रह रहे बंदियों को योग के महत्व को समझाया और ध्यान और योग की गहन अनुभूति  करावाई. बंदियों के साथ-साथ कारा कर्मियों एवं पदाधिकारियों को भी योग के फायदे बताए गए.





- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित हुआ योग प्रशिक्षण कार्यक्रम
- आर्ट ऑफ लिविंग के तत्वाधान में आयोजित हुआ कार्यक्रम

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : योग दिवस के मौके पर जिला प्रशासन, नमामि गंगे, एवं आर्ट ऑफ लिविंग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित योग महोत्सव को आर्ट ऑफ लिविंग की फैकल्टी और योग विशेषज्ञ   वर्षा पांडे ने फैसिलिटेट किया. उनके निर्देशन में सभी लोगों ने आसान,प्राणायाम,ध्यान, मंत्रों एवं यौगिक ज्ञान के द्वारा योग की गहन अनुभूति व क्षमता का अनुभव किया. केंद्रीय कारा के कैदियों के बीच भी योगाभ्यास का प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान केंद्रीय कारा में रह रहे बंदियों को योग के महत्व को समझाया और ध्यान और योग की गहन अनुभूति  करावाई. बंदियों के साथ-साथ कारा कर्मियों एवं पदाधिकारियों को भी योग के फायदे बताए गए.

उन्होंने बताया कि योग के द्वारा व्यक्ति का शरीर, मन,भावनाएं, चित्त आत्मा के बीच संतुलन,और सामंजस्यता आती है इस संतुलन से जीवन में व्यक्ति का perception(समझ) observation(अवलोकन) expression(अभिव्यक्ति) बेहतर होता है. सही निर्णय लेने की क्षमता, कम्युनिकेशन स्किल और अंतःप्रज्ञा बेहतर होती है. जो हर क्षेत्र के लोगों के सक्सेसफुल होने के लिए जरूरी है. स्वास्थ्य केवल रोगों की अनुपस्थिति नहीं है बल्कि यह वर्तमान क्षण में जीवन की गतिशील अभिव्यक्ति है.

योग हमारे शारीरिक,मानसिक, भावनात्मक,स्वास्थ्य को बढ़ता है सामाजिक और आध्यात्मिक 
स्तर पर भी मजबूत बनाता है. जिससे शांति, उत्साह, आनंद, खुशी और गतिशीलता व्यक्ति का  स्वभाव बन जाती है. मौके पर कारा अधीक्षक राजीव कुमार, उपाधीक्षक त्रिभुवन सिंह, सहायक अधीक्षक अभिषेक आनंद, प्रियतम प्रियदर्शी आदि मौजूद रहे. साथ ही साथ आर्ट ऑफ लिविंग के दीपक पांडेय, सुमन जी तथा अन्य लोग भी मौजूद रहे.









Post a Comment

0 Comments