गंगा के जलस्तर के घटने की गति हुई कम, वृद्धि की आशंका ने बढ़ाई चिंता ..

राहत की बात है कि पहाड़ी क्षेत्रों से फिलहाल पानी गंगा में नहीं आ रहा है लेकिन दिल्ली की यमुना में पिछले दिनों अचानक हुई तकरीबन डेढ़ मीटर की वृद्धि के बाद जमुना का पानी घटा तो था लेकिन उसने मथुरा में भी जमुना के जलस्तर में वृद्धि की थी. अब वही पानी गंगा में आ सकता है.







- केवल आधा सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घट रहा है जलस्तर
- प्रयागराज और नैनी में ठहर गया है पानी घटने के सिलसिला

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : तेजी से घट रहे गंगा के जलस्तर पर गुरुवार से अब कमी दिखाई देने लगी है. गुरुवार को जलस्तर के घटने की रफ्तार एक सेंटीमीटर प्रति घंटा थी वहीं शुक्रवार को 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक वहां से 2 सेंटीमीटर की कमी जलस्तर में दर्ज की गई. लेकिन अब शनिवार को जलस्तर के घटने की रफ्तार आधा सेंटीमीटर प्रति घंटा ही रह गई है. ऐसे में लोग (खासकर दियारावासी) इस बात से सशंकित हैं कि कहीं पुनः गंगा का जलस्तर बढ़ने ना लगे. 

केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की रात 10 बजे रात को 55.62 मीटर दर्ज किया गया. शनिवार को सुबह 6 बजे जलस्तर 55.50 मीटर, सुबह 8 बजे 55.47 मीटर, 12 बजे दिन में 55.45 मीटर बना है. गाजीपुर में गंगा का जलस्तर एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घट रहा है जबकि वाराणसी में जलस्तर आधा सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घट रहा है वहीं, प्रयागराज की बात करें तो वहां गंगा का जलस्तर स्थिर बना हुआ है नैनी में भी गंगा का जलस्तर ठहरा हुआ है.

राहत की बात है कि पहाड़ी क्षेत्रों से फिलहाल पानी गंगा में नहीं आ रहा है लेकिन दिल्ली की यमुना में पिछले दिनों अचानक हुई तकरीबन डेढ़ मीटर की वृद्धि के बाद जमुना का पानी घटा तो था लेकिन उसने मथुरा में भी जमुना के जलस्तर में वृद्धि की थी. अब वही पानी गंगा में आ सकता है, जिससे कि जलस्तर में वृद्धि की संभावना फिलहाल बनी हुई है. बता दें कि बक्सर में गंगा के जलस्तर का चेतावनी बिंदु 59.32 और खतरे का निशान 60.32 निर्धारित किया गया है. पिछले दिनों गंगा चेतावनी बिंदु के करीब पहुंच गई थी लेकिन फिर जलस्तर में घटाव शुरु हो गया.







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