बताया कि स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान प्रत्येक विद्यालय / शैक्षणिक संस्थाओं में शिक्षकों द्वारा शौचालय संबंधी सुविधाओं का निरीक्षण किया जाएगा और उनके मरम्मत एवं रख-रखाव संबंधी योजना तैयार कर उसे लागू कराई जाएगी.
- जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में आयोजित हुआ कार्यक्रम
- अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन कर की जाएगी स्वच्छता जागरूकता
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के निर्देश पर राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में स्वच्छता पखवाडा की शुरुआत की गई. सभी सरकारी विद्यालयों एवं शैक्षणिक संस्थाओं में स्वच्छता पखवाड़ा के प्रथम दिन स्वच्छता शपथ का आयोजन किया गया, जिसमें सभी शिक्षक, छात्र एवं कर्मियों ने हिस्सा लिया. 1 से 15 सितंबर तक आयोजित होने वाले स्वच्छता पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों में छात्रों के बीच स्वच्छता एवं स्वास्थ्य संबंधी आदतों को विकसित करना है.
स्वच्छता पखवाड़ा के प्रथम सप्ताह में विद्यालय शिक्षा समिति छात्र अभिभावक गोष्ठी का आयोजन भी किया जाना है, जिसमें छात्र / अभिभावक एवं शिक्षकों को स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के महत्व पर प्रकाश डाला जाएगा तथा स्वास्थ्य एवं स्वच्छता संबंधी आदतों के विकास हेतु छात्रों को उत्साहित एवं प्रेरित किया जाय, जिससे वे विद्यालय साथ-ही-साथ घर में भी स्वच्छता एवं स्वास्थ्य संबंधी आदतों का पालन करें.
बच्चों को मिलने वाली सुविधाओं का भी होगा निरीक्षण और विकास :
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी अनिल कुमार द्विवेदी ने बताया कि स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान प्रत्येक विद्यालय / शैक्षणिक संस्थाओं में शिक्षकों द्वारा शौचालय संबंधी सुविधाओं का निरीक्षण किया जाएगा और उनके मरम्मत एवं रख-रखाव संबंधी योजना तैयार कर उसे लागू कराई जाएगी.
शौचालय की साफ सफाई तथा स्वच्छता के संदर्भ में आयोजित होंगी प्रतियोगिताएं :
जिला / प्रखंड / संकुल स्तर पर शौचालय की साफ सफाई एवं रख-रखाव संबंधी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. विद्यालय में साफ-सफाई, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के संबंध में छात्रों के बीच निबंध / क्विज / पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. विद्यालय / संस्था के वेबसाईट पर स्वच्छता जागरूकता संबंधी संदेश डाला जाएगा. स्वच्छता से संबंधित फोटोग्राफ, पेंटिंग इत्यादि भी डाला जा सकता है.
स्वच्छता दूत के रूप में नामित किए जाएंगे छात्र :
इन गतिविधियों के अतिरिक्त विद्यालयों में शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों द्वारा पुरानी संचिकाओं, रजिस्टर आदि की साफ-सफाई, पुराने एवं टूटे-फूटे फर्नीचर, अनुपयोगी सामान इत्यादि की भी साफ-सफाई, विद्यालय परिसर से हटाना संबंधी कार्य किये जा सकते हैं. शिक्षक एवं छात्र स्थानीय समुदाय एवं जन प्रतिनिधियों के साथ समीप के क्षेत्र में स्वच्छता पखवाड़ा के थीम की जानकारी / प्रचार-प्रसार कर सकते हैं जन समुदाय को जागरूक करने के लिए ऑडियो विजुअल प्रोग्राम, बैनर, स्वच्छता गीत, संगीत का आयोजन किया जा सकता है. विद्यार्थी स्वच्छता दूत के रूप में स्वच्छता को फोकस करने हेतु नामित किये जा सकते हैं.
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