दो दिवसीय किसान मेले का शुभारम्भ, डीएम ने दिया जैविक खेती अपनाने का संदेश ..

कहा कि यहां के किसान अपने उत्कृष्ट उत्पाद के आधार पर बक्सर का नाम राज्य स्तर तक पहुॅंचाया है, जो हमसभी के लिए गौरव की बात है. पराली प्रबंधन पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि पराली अवशेष नहीं विशेष है. किसान इसे जलाने के जगह पर इस्तेमाल करें. 







- जिला मुख्यालय के बाजार समिति प्रांगण में आयोजित है कृषि मेला
- कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा) के द्वारा किसानों को किया जा रहा जागरूक

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा) द्वारा बुधवार को बाजार समिति के प्रांगण में दो दिवसीय किसान मेला का शुभारंभ किया गया. मेले  का उद्घाटन जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल, जिला कृषि पदाधिकारी शत्रुध्न साहु, केवीके के विशेषज्ञ हरिगोविंद व किसान बिनोद सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया. इस दौरान मंच संचालन मृत्युंजय मिश्रा ने किया. जिला पदाधिकारी ने संबोधन के क्रम में कहा कि आत्मा द्वारा आयोजित किसान मेला किसानों के लिए बेहतर मंच है. मौके पर आत्मा द्वारा जैविक खेती से सम्बंधित से  सेल्फी प्वाईंट बनाया गया था, जिस पर जिला पदाधिकारी ने सेल्फी लेकर जिले के किसानों को संदेश दिया कि जैविक खेती कर अपने स्वास्थ की रक्षा के साथ-साथ पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सकता है. किसान मेला में प्रगतिशील किसानों द्वारा फल-फूल-सब्जी प्रदर्शनी में एक से बढ़कर एक उत्पाद लाया गया था, जिसके निरीक्षण के क्रम में जिला पदाधिकारी ने कहा कि यहां के किसान अपने उत्कृष्ट उत्पाद के आधार पर बक्सर का नाम राज्य स्तर तक पहुॅंचाया है, जो हमसभी के लिए गौरव की बात है. पराली प्रबंधन पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि पराली अवशेष नहीं विशेष है. किसान इसे जलाने के जगह पर इस्तेमाल करें. किसानों द्वारा पराली जलाने पर बाध्य होकर कार्रवाई भी की जायेगी. कार्यक्रम में उपस्थित उप विकास आयुक्त डॉ महेन्द्र पाल द्वारा स्टाॅल एवं फल-फूल-सब्जी का निरीक्षण किया गया. स्टाॅल में मदन वाटिका नर्सरी, मनोज मधु उत्पादन केन्द्र, जागृति मशरुम एफपीओ, डुमराॅंव एफपीओ, दियरांचल एफपीओ इत्यादि के साथ-साथ कृषि व कृषि से सम्बद्ध विभाग यथा केवीके, मत्स्य, सहकारिता, उद्यान इत्यादि द्वारा आकर्षक स्टाॅल लगाया गया था.

जिला कृषि पदाधिकारी शत्रुध्न साहू ने कृषि विभाग व आत्मा द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी. मौके पर पराली प्रबंधन हेतु स्ट्रा बेलर के माध्यम से जीवंत प्रदर्शन कर इसके महत्वों से अवगत कराया गया. आत्मा,बक्सर द्वारा किसान वैज्ञानिक संवाद भी आयोजित किया , जिसमें कृषि विज्ञान केन्द्र के विशेषज्ञ हरिगोविंद ने रबी मौसम में उगाई जाने वाली फसलों के प्रबंधन पर प्रकाश डाला साथ ही किसानों के प्रश्नों के उतर भी दिये गए. 


कार्यक्रम में जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, सहायक निदेशक,प्रक्षेत्र शेखर कुमार, उप परियोजना निदेशक, आत्मा बेबी कुमारी, सहायक निदेशक,भूमि संरक्षण संजू लता, सहायक निदेशक दिलीप कुमार, जिलास्तरीय आत्माकर्मी रघुकुल तिलक, चंदन कुमार सिंह सहित बीएओ, कृषि समन्वयक, बीटीएम, एटीएम, किसान सलाहकार के साथ अनेक प्रगतिशील कृषक उपस्थित थे. मेले के दूसरे दिन के कार्यक्रम में फल-फूल-सब्जी प्रदर्शनी में शामिल कृषकों के बीच पुरस्कार वितरण, देशी प्रशिक्षण व आरपीएल प्रशिक्षण में उतीर्ण प्रशिक्षणार्थियों का प्रमाण-पत्र वितरण, परिभ्रमण कार्यक्रम सहित किसान वैज्ञानिक संवाद इत्यादि आयोजित किया जायेगा.








Post a Comment

0 Comments