जाम से कराह रहा शहर : स्कूल, न्यायालय से श्मशान घाट तक जाना मुश्किल, ट्रैफिक डीएसपी ने कहा - "हर वक्त कार्य करना संभव नहीं .."

यह कहना है कि वह बहुत कुछ नहीं कर सकते हैं. क्योंकि उनके पास संख्या बल कम है. साथ ही वह स्वयं नगर से बाहर हैं. डीएसपी के इस बयान के बाद यह साफ हो गया कि जाम से जूझ रहे लोगों को कोई राहत नहीं मिल पाएगी. 










- चुरामनपुर से लेकर मॉडल थाना चौक तक भीषण जाम
- ट्रैफिक डीएसपी ने कहा - मैं नहीं कर पा रहा बहुत कुछ

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जिला मुख्यालय में राष्ट्रीय राजमार्ग 922 पर पड़री-चुरामनपुर से लेकर ज्योति प्रकाश चौक होते मॉडल थाना चौक तक भीषण सड़क जाम लगा हुआ है. अहले सुबह 3:00 से वाहन यत्र-तत्र फंसे हुए हैं. खास बात यह है कि जाम को खत्म आने की जिम्मेदारी जिस ट्रैफिक पुलिस को मिली है उसके डीएसपी का यह कहना है कि वह बहुत कुछ नहीं कर सकते हैं. क्योंकि उनके पास संख्या बल कम है. साथ ही वह स्वयं नगर से बाहर हैं. डीएसपी के इस बयान के बाद यह साफ हो गया कि जाम से जूझ रहे लोगों को कोई राहत नहीं मिल पाएगी. 

पूरे शहर में जाम की स्थिति है, गोलम्बर, स्टेशन इटाढ़ी रोड हर जगह जाम लगा है. इटाढ़ी रोड पर भी जाम लगा है. सिंडिकेट, ज्योति चौक रामरेखा घाट ,स्टेशन रोड सब जगह जाम की स्थिति है. आज सी बी एस ई की भी परीक्षा है, अधिकांश परीक्षा केंद्र इटाढ़ी रोड स्थित विद्यालयों में ही है. परीक्षार्थियों औऱ उनके अभिभावकों की समस्या को सहज ही समझा जा सकता है. इटाढ़ी रोड, कलेक्ट्रेट रोड के टूट जाने से भी जाम की स्थिति बनी हुई है. न्यायालय, अस्पताल श्मशान घाट ट्रेन या बस पकड़ने वाले सब परेशान हैं.

यहां आपको यह भी बता दें कि हर रोज नगर के सिंडिकेट गोलंबर से लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग-922 पर चुरामनपुर तक जब लगा रहता है. उत्तर प्रदेश में ट्रकों के धीरे-धीरे प्रवेश के कारण यह स्थिति बनी रहती है. लेकिन गुरुवार की सुबह 3:00 से ही जाम की समस्या इतनी विकराल हो गई है कि मॉडल थाना चौक से लेकर बायपास रोड तक ट्रैकों की लंबी कतार लगी हुई है.

पहले 18 पुलिसकर्मी संभाल लेते थे पूरे नगर का ट्रैफिक, अब 36 से भी नहीं चलता काम :

पहले ट्रैफिक पुलिस के पास 17 से 18 पुलिस कर्मियों की टीम थी ट्रैफिक डीएसपी राघवेंद्र मणि त्रिपाठी बताते हैं कि आप उनके पास तकरीबन 36 पुलिस करनी है लेकिन जाम से निपटने के लिए यह संख्या भी काम है इनमें से अधिकांश छुट्टी में भी चले जाते हैं ऐसे में जाम से निपटना उनके बस की बात नहीं है हालांकि वह यह आकलन कर रहे हैं कि जाम की मूल वजह क्या है ताकि उसका निदान किया जा सके.
















Post a Comment

0 Comments