केंद्र सरकार के अंतरिम बजट को लेकर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है. कोई इस बजट को जनहित का तो कोई इसे चुनावी बजट बता रहा है.
- बजट को लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे से लेकर आम आदमी तक ने व्यक्त की अपनी राय
- कहा - गरीब, युवा, किसान व महिलाओं का रखा गया है ध्यान
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : केंद्र सरकार के अंतरिम बजट को लेकर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है. कोई इस बजट को जनहित का तो कोई इसे चुनावी बजट बता रहा है. बजट को लेकर हमने बक्सर सांसद समेत तमाम लोगों की राय ली.
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री सह बक्सर सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि अंतरिम बजट 'ज्ञान' को समर्पित है यानी गरीब (जी), युवा (वाई), अन्नदाता (ए) व नारीशक्ति (एन) को सशक्त बनाना है. विकसित भारत के संकल्प को मजबूती प्रदान करने वाले उत्कृष्ठ, समावेशी अंतरिम बजट के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का अभिनंदन है. यह बजट सर्वांगीण विकास व सशक्तिकरण को समर्पित है. साथ ही राष्ट्र निर्माण को समर्पित यह अंतरिम बजट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत, सशक्त भारत विजन को साकार करने वाला है.
भाजपा महिला मोर्चा की नगर अध्यक्ष कंचन देवी ने कहा है कि इस बार इस बार अंतरिम बजट में बड़े-बड़े ऐलान नहीं किए गए हैं बल्कि महिलाओं किसानों गरीब और युवाओं पर फोकस किया गया है. इसके साथ ही पर्यटक राज्यों को बिना ब्याज लोन मिलेगा. इस बार के बजट में स्टार्टअप्स पर ध्यान दिया गया है.
जिले के प्रख्यात चिकित्सक डॉक्टर दिलशाद आलम ने कहा कि 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने की तैयारी अच्छी पहल है. नमो प्रोजेक्ट और मेट्रो प्रोजेक्ट बढ़े हैं. यह भी अच्छी बात है. इसके साथ ही गरीब और मध्यम वर्ग को मजबूत करने की कोशिश की गई है. 2 करोड नए घरों की सौगात भी अच्छी पहल है. कोयले से गैस बनाने की कोशिश भी बेहतर पहल है. जिससे कि नेचुरल गैस मेंंथेनॉल आदि का आयात घटेगा. कुल मिलाकर बजट संतोषजनक है.
पूर्व आइआरएस अधिकारी तथा वरिष्ठ भाजपा नेता बिनोद कुमार चौबे का कहना है कि सरकार का ध्यान गरीब, किसान, युवा और महिलाओं पर है. अमृत काल को ध्यान में रखकर सरकार ने समाज के अंतिम आदमी तक सारे लाभ पहुंचाने की बात सोची गई है. युवा शक्ति पर ध्यान दिया जा रहा है. इंफ्रास्ट्रक्चर, रेलवे, एजुकेशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेतृत्व वाली सरकार ने सभी के विकास के लिए योजना बनाई है. उनका लक्ष्य है कि एक करोड़ घरों में मुफ्त में रूफ टॉप सोलर लगाया जाए जिससे कि बिजली बिल बहुत कम या तो खत्म हो जाएगा. यह बहुत ही बैलेंस्ड और प्रोग्रेसिव बजट है. जनजातीय समूह (पीवीटीजी) के लिए भी इस बजट में ध्यान रखा गया है, यह सराहनीय पहल है.
व्यवसायी नवाब आलम ने कहा कि बजट में टैक्स स्लैब को बढ़ाना चाहिए था. जीएसटी को सरल बनाने की कोई ठोस पहल नहीं की गई है इस पर भी विचार करना चाहिए था.
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि बजट में महंगाई पर कोई बात नहीं है. महंगाई चरम सीमा पर है. इसे रोकने के लिए बजट में कहीं भी कोशिश नहीं की गई है. चुनाव को लेकर लोक लुभावने वादे ज़मीनी सचाई से बहुत दूर-दूर है यह बजट.
बसपा के प्रदेश महासचिव अभिमन्यु सिंह कुशवाहा ने कहा कि आज देश मे अर्थव्यवस्था खतरे में है. ऐसे मे आज के बजट मे अर्थव्यवस्था कैसे मजबूत हो पर कुछ नहीं करते हुए, देश की जनता गरीबी, बेरोजगारी बढ़ती हुई महंगाई से त्रस्त है. ऐसे मे वास्तविकता से दूर बस यह महज एक चुनावी बजट है.
इनकम टैक्स अधिवक्ता सुरेश प्रसाद जायसवाल "संगम" ने बताया कि इनकम टैक्स में कोई बदलाव नहीं हुआ. कारण की नई रिज्यूम के तहत पहले से ही 7 लाख तक की आय पर कोई टैक्स देय नही बनता था, उसी को ही बहाल किया गया है. वहीं कॉरपोरेट टैक्स को 22% घटा दिया गया जो की स्वागत योग्य है. दूसरी तरफ इंश्योरेंस वैगरह के अन्तर्गत सेक्शन 80 की सीमा डेढ़ लाख से बढ़नी चाहिए थी जो नहीं हुई.
शिवपुरी निवासी कौशलेंद्र कुमार ओझा का कहना है कि बजट से आम आदमी कोसों दूर है. "कोई नृप हो हमे का हानि.." की तरह राजा महात्मा मोदी जी की सरकार में भी न जटाशंकर फूल वाले का कुछ हुआ और न कल्लू मियां का कुछ हुआ?
ट्रेनों में उधना का टिकट मई तक फुल है, एम्स में हर किसी का इलाज संभव नहीं हो सकता है? पढ़ने के लिए एक स्कूल, विश्वविद्यालय कहीं नहीं खुला. शहर के सिनेमा हाल ही नहीं बंद हुए हैं, कई मॉल बंद हो गये, कुछ एजेंसियों के बंद होने की सूचना है, जिले में हर नाकामी के बाद हर गांव में शंख फूँके जा रहे है, प्रवचन हो रहे हैं, रोज़ नए बाबा जी बन रहे है.
भाजपा स्वच्छता अभियान विभाग के प्रदेश संयोजक विंध्याचल पाठक ने कहा कि इस बजट से बिहार की जनता सर्वाधिक विकास होगा. इसके लिये भारत के वित्तमंत्री , प्रधानमंत्री और उनके साथ विकास के संकल्प के साथ काम करने वाले सभी नेतृत्व को बधाई और आभार प्रकट करते हैं. इस बजट में सरकार ने आम और खास सब का ध्यान रखा है.
भाजपा के प्रदेश मंत्री संतोष रंजन राय ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह बजट युवा, महिला, किसान, के साथ साथ गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार को लाभ पहुंचाने वाला बजट है. 10 वर्षों में मोदी जी की सरकार द्वारा जितना विकास भारत में किया गया वह विश्व में कीर्तिमान स्थापित कर रहा है और पूरा विश्व आज भारत की प्रशंसा करने को आतुर है. जब इस बजट के आधार पर अगले कुछ वर्षों में करोड़ों बहनों को लखपति बनाना है। इस बजट में 11:1 प्रतिशत की बढ़ोतरी देश की सुरक्षा पर किया गया है जब हमारे देश के युवा, गरीब, किसान महिला, नौजवान का सर्वागींण विकास होगा तो भारत को विश्वगुरु और विकसित बनने से कोई रोक नहीं सकता.
भाजपा के वरिष्ठ किसान नेता सुशील राय ने कहा कि बजट देश के युवाओं के ध्यान में रखकर पेश किया गया है जिसमें स्टार्टअप के लिए इन्तज़ाम हैं. स्वरोजगार के माध्यम से देश की दशा व दिशा तय करने की दूरगामी सोच है.
महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय के वरिष्ठ कर्मी डॉक्टर अमित मिश्रा ने कहा कि वह इस बजट से काफी आहत हैं. कर्मचारियों के लिए कुछ भी नहीं है पुराना टैक्स स्लैब ही है. हालांकि वित्त मंत्री ने अपने संबोधन में 42 बार टैक्स का नाम लिया पर किया कुछ नहीं .
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