वीडियो : चैत्र नवरात्रि पर महाशक्ति कालरात्रि नवदुर्गा धाम में श्रद्धालुओं ने की 108 कलशों की स्थापना ..

इस बार भी बक्सर जिले के साथ-साथ रोहतास, कैमूर, भोजपुर के साथ ही उत्तर प्रदेश तथा झारखंड से भी लोग पहुंचे हैं. इतना ही नहीं एक श्रद्धालु तो सऊदी अरब से केवल नवरात्रि की कलश स्थापना करने के लिए बक्सर पहुंचे हैं.











- अपनी मुरादें पूरी होने पर भक्ति भाव से पूजा करते हैं श्रद्धालु
- देश के साथ विदेश से भी पहुंचे हैं श्रद्धालु भक्त

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के महदह पुलिस लाइन के समीप स्थित महाशक्ति कालरात्रि नवदुर्गा धाम में चैत्र नवरात्रि के मौके माता के भक्तों के द्वारा 108 कलशों की स्थापना की गई. मंगलवार की सुबह जलभरी के लिए श्रद्धालुओं का जत्था मंदिर से निकला और बक्सर नगर के विभिन्न मार्गो से होता हुआ रामरेखा घाट तक पहुंचा. जहां से पवित्र गंगाजल लेकर पुनः सभी मंदिर में पहुंचे और विधि-विधान के साथ वैदिक मंत्रोचार के बीच कलश स्थापना की गई. इस दौरान श्रद्धालु झूमते-नाचते माता की भक्ति में लीन देखे गए.

कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए महंत द्वारका दास जी महाराज ने बताया कि चैत्र और शारदीय दोनों नवरात्र में मंदिर परिसर में ही कलशों स्थापना की जाती है, जिसके लिए दूर-दराज से श्रद्धालु पहुंचते हैं. उन्होंने बताया कि इस मंदिर में सच्चे मन से जो भी माता से मांगा जाता है वह मुराद पूरी हो जाती है. मुराद पूरी होने के बाद श्रद्धालु भक्ति भाव से माता की पूजा करने के साथ-साथ नवरात्र में कलश स्थापना करते हैं.

आसपास के गांव, जिलों और राज्यों के साथ-साथ सऊदी अरब से पहुंचे श्रद्धालु :

उन्होंने बताया कि यह मंदिर बेहद जागृत है. यहां माता के दर्शन करने मात्र से श्रद्धालुओं को कई प्रकार की सिद्धियां सहज ही प्राप्त हो जाती हैं. ऐसे में जिन लोगों ने अपनी मनोकामनाएं माता के समक्ष रखी और मनोकामनाएं पूरी हुई वह नवरात्रि में हर हाल में यहां पहुंचते हैं और कलश स्थापना करते हैं. इस बार भी बक्सर जिले के साथ-साथ रोहतास, कैमूर, भोजपुर के साथ ही उत्तर प्रदेश तथा झारखंड से भी लोग पहुंचे हैं. इतना ही नहीं एक श्रद्धालु तो सऊदी अरब से केवल नवरात्रि की कलश स्थापना करने के लिए बक्सर पहुंचे हैं.


शारदीय नवरात्रि में 264 तो अबकी बार 108 कलशों की स्थापना :

मंदिर में पहुंचे नर्सरी मदन वाटिका के संचालक अमित माली ने बताया कि वह वर्ष 2012 से यहां पहुंचते हैं मंदिर में आने पर माता भक्तों के सभी कष्ट दूर कर देती हैं. शारदीय नवरात्र में जहां 264 कलशों की स्थापना की गई थी वहीं, चैत्र नवरात्रि में 108 कलश स्थापित किए गए हैं. 

मौके पर मौजूद अन्य श्रद्धालु भक्तों ने भी बताया कि माता के दरबार में सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं अपने तमाम कष्टों को लेकर यहां पहुंचने वाले श्रद्धालु कुछ ही समय में कष्टों से मुक्त हो जाते हैं.

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