कहा कि दुर्गापूजा, होली, ईद या क्रिसमस भारत की साझी संस्कृति का हिस्सा रही हैं. रमजान का पूरा महीना त्याग और तपस्या का रहा. यह बहुत पवित्र पर्व है. हिंदू-मुस्लिम-सिख-इसाई सभी एक साथ मिलकर इसे मनाने का संकल्प लें.
- बहुजन समाज पार्टी बक्सर के द्वारा ईद मिलन समारोह का हुआ आयोजन
- ईद मिलन समारोह में दिखी सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल, मीठी सेवई से अतिथियों का स्वागत
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : "हम राम और रहीम दोनों में आस्था रखते हैं. राम और रहीम के बिना समाज की परिकल्पना असंभव है. हमारा भारत हिन्दू - मुस्लिम तहजीब को लेकर चलने वाला देश है मगर भाजपा धर्म और संप्रदाय को बांटकर वोट की राजनीति करती है. यह कहना है बक्सर से बसपा के लोकसभा प्रत्याशी अनिल कुमार का. दरअसल, शनिवार की देर शाम बहुजन समाज पार्टी जिला इकाई के तत्वावधान में जिला कार्यालय में ईद मिलन समारोह का आयोजन हुआ. इस मौके पर देश की सांस्कृतिक धरोहर कौमी एकता को मजबूती प्रदान करने तथा सर्वधर्म सद्भाव का पैगाम लोगों को दिया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता बसपा नेता चक्रवर्ती चौधरी एवं संचालन मो फारूख ने किया.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बक्सर से बसपा के लोकसभा प्रत्याशी अनिल कुमार ने कहा कि देश भर में सरकार नफरत का माहौल बनाने का प्रयास कर रहीं है, जबकि सभी धर्म के लोग एक साथ मिलकर त्यौहार मनाते हैं. उन्होंने कहा कि दुर्गापूजा, होली, ईद या क्रिसमस भारत की साझी संस्कृति का हिस्सा रही हैं. रमजान का पूरा महीना त्याग और तपस्या का रहा. यह बहुत पवित्र पर्व है. हिंदू-मुस्लिम-सिख-इसाई सभी एक साथ मिलकर इसे मनाने का संकल्प लें.
उन्होंने बक्सर वासियों की ईद की बधाई देते हुए कहा Iकि सभी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर समय साथ चलेंगे और बक्सर को समृद्ध बनाएंगे, आप ऐसे ही आपसी प्रेम रखें. बक्सर के युवा ही बक्सर के विकास की नीव हैं. युवाओं के बिना बक्सर का विकास नही हो सकता है. बहुजन समाज पार्टी सर्व धर्म सुखाय, सर्व धर्म हिताय की भावना से चलती है न कि बाकी पार्टियों की तरह हवा में विकास की गाथा लिखती है.
उन्होंने कहा कि हमारा देश विभिन्नता में एकता का देश है. हम सभी धर्म सम्प्रदाय के लोग एक साथ मिलजुल कर सभी पर्व त्यौहार मनाते हैं ताकि हमारी एकजुटता और आपसी भाईचारा बना रहे. यह देश सभी धर्म व वर्गों का देश है. उन्होंने कहा कि किसी भी मुल्क, समाज व कौम की तरक्की के लिए लोगों में आपसी प्रेम व सद्भाव जरूरी है. सबसे बड़ा धर्म इंसानियत का धर्म है. ईद का पर्व आपस में मिलजुल कर रहने की प्रेरणा देता है. इस मौके पर गुलाम हसनैन, मो इब्राहिम, डॉ मुमताज आलम, मो एजाज आलम, मो नियाज़ आलम, मो नौशाद आलम समेत सैकड़ों हिंदू व मुस्लिम समुदाय के लोग मौजूद थे.
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