प्रतिदिन की तरह सुबह में रुद्राभिषेक आयोजित किया गया, जिसके बाद यज्ञ कुंड पर साधु संतों ने यज्ञ कुंड में हवन किया. इस बीच दिन भर हजारों की संख्या में श्रद्धालु यज्ञ मंडप की परिक्रमा की.
-महामंडलेश्वर शीलनाथ जी ने कहा - बक्सर के लिए समर्पित रहे गुरुदेव
-जयपुर के कुशल कारीगरों ने तैयार की है गुरुदेव की प्रतिमा.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : श्री आदिनाथ अखाड़ा चरित्रवन के तत्वावधान में यज्ञ के चौथे दिन गुरुदेव भगवान श्री नाथ बाबा की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई. प्रतिदिन की तरह सुबह में रुद्राभिषेक आयोजित किया गया, जिसके बाद यज्ञ कुंड पर साधु संतों ने यज्ञ कुंड में हवन किया. इस बीच दिन भर हजारों की संख्या में श्रद्धालु यज्ञ मंडप की परिक्रमा की.
दोपहर बाद गुरुदेव भगवान श्री नाथ बाबा की प्रतिमा के दर्शन के लिए बनाए गए विशेष भवन में प्राण प्रतिष्ठा शुरू की गई. श्रीनाथ बाबा के परम शिष्य महामंडलेश्वर योगीशील नाथ जी महाराज ने उपस्थित अन्य नाथजी एवं बाहर से आए विद्वान कर्मकांडी विद्वानों के मंत्र उच्चारण के बीच प्राण प्रतिष्ठा शुरू किया गया. पहले गंगाजल से प्रतिमा का स्नान कराया गया तथा स्वच्छ वस्त्र से मूर्ति को पोंछ कर नवीन वर्ष धारण कराया गया. शुद्ध एवं स्वच्छ स्थान पर विराजित कर चंदन का लेप लगाकर श्रृंगार किया गया तथा बीज मंत्रों का पाठ कर प्रतिष्ठा की गई.
बक्सर के लिए समर्पित रहे गुरुदेव : महामंडलेश्वर.
महामंडलेश्वर शीलनाथ जी महाराज ने बताया कि श्रीनाथ बाबा पूरे विश्व के साथ-साथ बक्सर के कल्याण के लिए समर्पित रहे. यहां के प्रति उनका अपार प्रेम एवं स्नेह था जिसके चलते उन्होंने श्री आदिनाथ अखाड़ा की स्थापना जन मानस के कल्याण के लिए चरित्रवन में किया. सभी के कल्याण एवं दर्शन के लिए बाबा जी की प्रतिमा स्थापित की गई है. जिसकी प्राण प्रतिष्ठा की गयी. मंगलवार को महामस्तिकाभिषेक किया जाएगा.
बताते चलें कि श्रीनाथ बाबा की आकर्षक प्रतिमा जयपुर के कई कुशल कारीगरों ने कई महीनों में बनाई है.
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