गंगा नदी के घाटों पर गंगा आरती सहित अनेक आध्यात्मिक कार्य एवं पयर्टन की अपार संभावनाए है. ऐसे में सरकार कब तक बक्सर जिले के सभी घाटों को पर्यटकीय स्थल के रूप में विकसित करने का विचार रखती है, नहीं तो क्यों?
फाइल इमेज |
हमारा पता : पाहवा होंडा, सत्यदेवगंज के समीप, बैंक ऑफ इंडिया के सामने, कॉल करें : 9661141141 |
- खेल, पर्यटन तथा शिक्षा मंत्री से पूछे सवाल, शून्यकाल में भी मांगे कई जवाब
- मंत्रियों के जवाब के बाद तय होगी बक्सर के विकास की दशा और दिशा
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने बक्सर के विकास को लेकर अपनी चिंता सदन में जाहिर की है. उन्होंने महाविद्यालय में प्राध्यापकों की कमी, किला मैदान के स्टेडियम के रूप में विकास के साथ-साथ बक्सर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने की कार्य योजना पर अब तक हुई प्रगति पर भी जवाब मांगा है.
सदन में खेल मंत्री से उन्होंने पूछा कि क्या यह बात सही है कि बक्सर जिले के किला मैदान में खेल मैदान के निर्माण हेतु मुख्य वास्तुविद भवन निर्माण विभाग के द्वारा 22 अप्रैल 2024 को खेल विभाग के निदेशक को वास्तुविदीय नक्शा अनुमोदन हेतु भेजा गया है? यदि हाँ तो सरकार उक्त नक्शे पर कब तक अनुमोदन के साथ खेल मैदान का निर्माण कार्य प्रारम्भ कराना चाहती है, और अगर ऐसा नहीं तो क्यों?
शिक्षा मंत्री से उन्होंने पूछा कि क्या यह बात सही है कि बिहार के विश्वविद्यालयों में जर्नलिज्म एवं मास कम्यूनिकेशन के अध्यापन हेतु अध्यापक नहीं रहने के कारण छात्र/छात्राओं को पठन-पाठन में कठिनाई हो रही है? यदि हाँ तो सरकार उक्त रिक्त अध्यापकों के पदों पर कब तक बहाली करने का विचार रखती है?
पर्यटन मंत्री से उन्होंने अपने प्रश्न के दौरान कहा कि यह बात सही है कि बक्सर जिला आध्यात्मिक रूप से काफी प्रसिद्ध है तथा यहाँ स्थित गंगा नदी के घाटों पर गंगा आरती सहित अनेक आध्यात्मिक कार्य एवं पयर्टन की अपार संभावनाए है. ऐसे में सरकार कब तक बक्सर जिले के सभी घाटों को पर्यटकीय स्थल के रूप में विकसित करने का विचार रखती है, नहीं तो क्यों?
इन तारांकित प्रश्नों के साथ-साथ शून्य काल में भी विधायक ने जिले के विकास से संबंधित कई प्रश्न उठाए हैं. ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि कब तक इनका जवाब विभिन्न विभागों के मंत्री देते हैं. बक्सर के विकास के लिए इन सभी प्रश्नों का उत्तर भी जल्द से जल्द मिलना आवश्यक है.
0 Comments