साबित खिदमत फाउंडेशन ने दोबारा शुरु किया पौधरोपण अभियान ..

साबित खिदमत फाउंडेशन बक्सर एवं मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय बक्सर इकाई की पहल पर पिछले साल लगभग 1 लाख पौधों के रोपण का काम कम वक्त में पूरा किया गया था. अब तकरीबन 10 लाख पौधों के रोपण का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं. 

 




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- मानवाधिकार व सामाजिक न्याय संस्था भी अभियान में शामिल
- डॉ दिलशाद आलम ने समाज के अन्य लोगों से भी आगे आने का किया आग्रह

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : "चहचहाती चंद चिड़ियों का बसेरा था पेड़ पर. मेरे घर एक पेड़ था और एक घर था पेड़ पर. "इसी शेर के साथ डॉ दिलशाद ने पौधारोपण अभियान शुरु किया. साबित खिदमत फाउंडेशन बक्सर एवं मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय बक्सर इकाई की पहल पर पिछले साल लगभग 1 लाख पौधों के रोपण का काम कम वक्त में पूरा किया गया था. अब तकरीबन 10 लाख पौधों के रोपण का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं. 

डॉ दिलशाद आलम ने सभी समाजसेवियों से आग्रह किया कि वो इस मुहिम में उनके साथ आए ताकि इसे जल्द पूरा किया जा सके. विदित हो कि पिछले साल जिले के कई स्कूल, अनाथालय, सामाजिक संगठन के कार्यालय में पौधों का रोपण करते हुए तकरीबन एक लाख पौधे साबित खिदमत फाउंडेशन के द्वारा लगाए गए थे. बाद में मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय के सभी सदस्य भी साथ आकर इस मुहीम में जुड़ गए थे. 


इस साल की गर्मी को देखते हुए साबित खिदमत फाउंडेशन एवं मानवाधिकार व सामाजिक न्याय संस्था यह फैसला किया था कि आने वाले समय में लगभग 10 लाख पौधों के रोपण की मुहिम चलानी है और इसे पूरा भी किया जाएगा. चूंकि यह संख्या काफी ज्यादा है. ऐसे में सभी सदस्यों ने जिले के सभी प्रबुद्धजनों से आह्वान करते हुए कहा कि वह इस महीने में जोर-शोर से साथ दें ताकि एक आंदोलन बना कर पौधरोपण किया जाए और गर्मी तथा ग्लोबल वार्मिंग से बचा जाए. जलवायु को सही रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाना जरूरी है.

अभियान की शुरुआत के दौरान सुधा देवी, सकीना, रुकसाना, अंजलि दमानिया, जोहरा, सकीना, नरगिस, नगमा शांति देवी, बुढ़िया देवी, नसरी देवी, प्रमिला, नासिर हुसैन, इम्तियाज़ अहमद, हरेंद्र, साबित रोहतासवी, ब्यूटी, अरुण कुमार उपाध्याय, मनीष कुमार, निदेशक एवं मानवाधिकार व सामाजिक सामाजिक न्याय संस्था के प्रदेश सचिव डॉ दिलशाद आलम मौजूद थे.






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