इटाढ़ी में फर्जी पारा मेडिकल इंस्टीट्यूट का खुलासा, करोड़ों की ठगी का आरोप ..

बताया कि डॉ. धनजी पाल हमेशा उन्हें धमकी देता था कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है, जिससे वे डरकर उसके खिलाफ कुछ नहीं बोलते थे. स्थानीय लोग बताते हैं कि वह महंगी गाड़ियों पर घूमने का शौक रखता था. उसके पास थार, बोलोरो नियो और बुलेट बाइक भी मौजूद है.

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- छात्रों से करोड़ों की ठगी, संचालक फरार
- पुलिस में शिकायत के बावजूद कार्रवाई लंबित

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के इटाढ़ी क्षेत्र में एक फर्जी पारा मेडिकल इंस्टीट्यूट द्वारा छात्रों से करोड़ों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. आरोप है कि इस संस्थान ने मेडिकल कोर्स के नाम पर छात्रों से पैसे वसूले, लेकिन न तो किसी परीक्षा का आयोजन किया गया और न ही छात्रों को कॉलेज का दौरा कराया गया. संचालक और अन्य कर्मी मौके से फरार हो गए हैं, और छात्रों द्वारा पुलिस में की गई शिकायत के बावजूद अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है.

यह मामला तब उजागर हुआ जब छात्रों ने अपने पैसे और चार साल का समय बर्बाद होते देख थाने में शिकायत करने का फैसला किया. छात्रों का आरोप है कि उन्होंने चार साल पहले फर्जी पाल पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट में नामांकन कराया था, जहां से उन्हें जीएनएम, बीएएएमएस और अन्य मेडिकल कोर्स के लिए भारी भरकम फीस चुकानी पड़ी थी. मनीष कुमार नामक एक छात्र ने बताया कि उसने 2020 में जीएनएम कोर्स के लिए पांच लाख रुपये दिए थे, लेकिन उसे अभी तक न तो कोई कक्षाएं मिलीं और न ही परीक्षा का आयोजन हुआ.

रोहतास के ज्योतिष कुमार ने कहा कि वह इंटरनेट पर नर्सिंग कॉलेज की तलाश कर रहे थे, तभी उन्हें एक अज्ञात नंबर से फोन आया. फोन करने वाले ने उन्हें इटाढ़ी आने के लिए प्रेरित किया. इसी तरह, भोजपुर जिले के शिवशंकर ने कहा कि उसने किसी परिचित से इस संस्थान के बारे में सुना और पूरी फीस जमा कर दी, लेकिन रसीद भी नहीं दी गई.

खुद को डिहरी विधानसभा का प्रत्याशी बता रहा था धनजी, महंगी गाड़ियों पर घूमने का है शौक : 

छात्रों ने आरोप लगाया है कि जब भी वे संस्थान के प्राचार्य डॉ. धनजी पाल से संपर्क करने का प्रयास करते, वह उन्हें धोखे में रखते हुए कहते कि जल्द ही कॉलेज विजिट कराया जाएगा और परीक्षा ली जाएगी. वह खुद को डिहरी विधानसभा क्षेत्र का भावी प्रत्याशी भी घोषित कर चुका है. छात्रों ने यह भी बताया कि डॉ. धनजी पाल हमेशा उन्हें धमकी देता था कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है, जिससे वे डरकर उसके खिलाफ कुछ नहीं बोलते थे. स्थानीय लोग बताते हैं कि वह महंगी गाड़ियों पर घूमने का शौक रखता था. उसके पास थार, बोलोरो नियो और बुलेट बाइक भी मौजूद है.

इंस्टिट्यूट में मिला फी स्ट्रक्चर : 

फर्जी इंस्टिट्यूट द्वारा पेश किए गए फी स्ट्रक्चर में एएनएम के लिए 1.5 लाख रुपये, जीएनएम के लिए पांच लाख रुपये, बी.एससी नर्सिंग कोर्स के लिए छह लाख रुपये, और अन्य कोर्स के लिए भी भारी भरकम फीस निर्धारित की गई है. इंस्टिट्यूट में पहुंचे लोगों को यह फी स्ट्रक्चर मिला.

छात्रों ने इटाढ़ी थाने में लिखित शिकायत दी है, लेकिन पुलिस ने अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की है. छात्रों का कहना है कि पुलिस समझौता कराने की कोशिश कर रही है, जिससे मामला लटक रहा है. 

कहते हैं थानाध्यक्ष :
मामले की जानकारी मिली है छात्रों ने आवेदन भी दिया है अभी तक प्राथमिकी इसलिए नहीं दर्ज की गई, क्योंकि छात्रों का यह कहना था कि वह पैसे वापस लेने का प्रयास कर रहे हैं. हालांकि पुलिस तो पैसे वापस दिलाने में कोई मदद नहीं कर सकती. ऐसे में जल्द ही उनके आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.
सोनू कुमार,
थानाध्यक्ष, इटाढ़ी









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