जवान और पोर्टर ने बर्फबारी के बीच एक गुफा में रात बिताई. रेस्क्यू टीम ने उनकी खोज में लगातार प्रयास किए और अंततः तीसरे दिन उन्हें मुनस्यारी से 84 किलोमीटर दूर स्थित गुफा से निकाला.
रेस्क्यू करने के बाद जवान को लेकर आते साथी जवान |
- 36 घंटे की तलाश के बाद मिली सफलता
- स्वास्थ्य लाभ के लिए अस्पताल में भर्ती
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : राजपुर प्रखंड के हेठुआ गांव के निवासी वीरेंद्र राम के पुत्र अनिल राम भारत-चीन सीमा पर गश्त के दौरान बर्फबारी में लापता हो गए थे. सुरक्षा बलों ने 36 घंटे की खोज के बाद उन्हें एक गुफा से सुरक्षित बरामद किया. फिलहाल, अनिल राम को उत्तराखंड के आर्मी अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनका उपचार जारी है. उनके लापता होने की खबर मिलते ही घर में हड़कंप मच गया था.
अनिल के भाई और उप मुखिया गांधी कुमार ने बताया कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और स्वास्थ्य लाभ के बाद वे घर लौटेंगे. जानकारी के अनुसार, चीन सीमा पर पिथौरागढ़ से मिलम तक गश्त करने के लिए आइटीबीपी के जवानों का एक दल पिछले बृहस्पतिवार को मुनस्यारी से रवाना हुआ. इस दल में अनिल राम और पोर्टर देवेंद्र सिंह शामिल थे. अचानक, दोनों जवान भारी बर्फबारी के कारण रास्ता भटक गए.
बर्फबारी के बीच में भी करनी होती है सीमाओं की सुरक्षा |
जवान और पोर्टर ने बर्फबारी के बीच एक गुफा में रात बिताई. रेस्क्यू टीम ने उनकी खोज में लगातार प्रयास किए और अंततः तीसरे दिन उन्हें मुनस्यारी से 84 किलोमीटर दूर स्थित गुफा से निकाला. एसडीएम श्रेष्ठ गुनसोला ने बताया कि दोनों जवान सुरक्षित हैं. जहां अनिल और देवेंद्र लापता हुए, वहां चार फुट बर्फ जमा थी, जिसके कारण उन्हें अपने साथियों से अलग होना पड़ा.
रेस्क्यू टीम ने कठिन परिस्थितियों में अभियान चलाकर दोनों को खोज निकाला. मौसम में खराबी के बावजूद, उनकी बहादुरी और टीम की मेहनत ने उन्हें सुरक्षित निकाला. अब अनिल राम का उपचार जारी है और वे शीघ्र ही घर लौटने की उम्मीद कर रहे हैं.
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