बक्सर को वाराणसी से जोड़ने वाली प्रमुख स्टेट हाइवे भी बाढ़ के पानी से प्रभावित हो गया है. जलस्तर खतरे के निशान से मात्र 8 सेंटीमीटर नीचे है, जिससे मोहनिया स्टेट हाइवे पर भी जलभराव हुआ है. हालांकि आवागमन बंद नहीं हुआ है, लेकिन गाड़ियों की रफ्तार में कमी आई है.
- खतरे के निशान से महज 8 सेंटीमीटर दूर है गंगा का जलस्तर
- कई इलाकों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूटा
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. चरित्रवन स्थित मुक्ति धाम में पानी चढ़ने के कारण यहां अंतिम संस्कार करने में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस स्थिति ने न केवल शवदाह की प्रक्रिया को प्रभावित किया है, बल्कि चिता की राख का विसर्जन भी गंगा में संभव नहीं हो पा रहा है.
बक्सर को वाराणसी से जोड़ने वाली प्रमुख स्टेट हाइवे भी बाढ़ के पानी से प्रभावित हो गया है. जलस्तर खतरे के निशान से मात्र 8 सेंटीमीटर नीचे है, जिससे मोहनिया स्टेट हाइवे पर भी जलभराव हुआ है. हालांकि आवागमन बंद नहीं हुआ है, लेकिन गाड़ियों की रफ्तार में कमी आई है. इस सड़क को लाइफ लाइन सड़क भी कहा जाता है, क्योंकि यह बक्सर के लिए एक महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग है.
दियारा के कई लाखों का संपर्क मुख्यालय से कटा :
दियारा क्षेत्र के कई गांव भी बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, जिसके कारण मुख्यालय से उनका संपर्क टूट गया है. प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से गंगौली जनेश्वर मिश्र सेतु मार्ग को बैरिकेडिंग कर अवरुद्ध कर दिया है. जिला प्रशासन ने इस क्षेत्र में नावें चलाकर लोगों की सहायता करने का प्रयास किया है.
ठोरा नदी का जलस्तर बढ़ा तो कई गांव हुए प्रभावित :
गंगा का जलस्तर बढ़ने से ठोरा नदी के पानी का स्तर भी बढ़ रहा है, जिससे आस-पास के क्षेत्रों में जलभराव हो रहा है। गोविंदपुर, कोड़रवा, लरई, नवागांव जैसे गांवों की सड़कें लगभग डेढ़ फीट पानी में डूबी हुई हैं. पैदल चलने वाले लोग अब हाथ में चप्पल या जूते लेकर पानी पार करने को मजबूर हैं. इसके अलावा, विषैले जीवों के काटने का भय भी ग्रामीणों को सता रहा है
24 घंटे में जिला मुख्यालय से कट सकता है सदर प्रखंड के कई गांवों का संपर्क :
किसानों के लिए यह स्थिति बेहद चिंताजनक है. ठोरा नदी की जलभराव ने सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि को प्रभावित किया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा, तो सदर प्रखंड दर्जनों गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट सकता है. इस स्थिति में ग्रामीणों को मुख्यालय पहुंचने के लिए 10 किलोमीटर लंबा चक्कर लगाना पड़ सकता है.
बक्सर में बाढ़ की यह स्थिति स्थानीय लोगों के जीवन को कठिनाई में डाल रही है. हालांकि जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल का कहना है कि राहत और बचाव के तमाम उपाय किए गए हैं जलस्तर में भी जल्द ही घटाव शुरू होने की उम्मीद है.
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