वीडियो : महाशक्ति कालरात्रि नवदुर्गा धाम में 1008 कन्याओं का पूजन, पर्यावरण संरक्षण का संकल्प ..

1008 कन्याओं को लाल चुनरी ओढ़ाई गई और विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट पकवानों से उनका भोजन कराया गया. पूजा के बाद कन्याओं को प्रसाद, उपहार, दक्षिणा, और आंवले का पौधा देकर सम्मानित किया गया. यह पहल पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखी जा रही है.










- भव्य आयोजन में कन्या पूजन और पौधा वितरण कार्यक्रम का आयोजन 
- अगले साल 2108 कन्याओं के पूजन का लक्ष्य

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के इटाढ़ी पुलिस लाइन स्थित महाशक्ति कालरात्रि नवदुर्गा धाम में शारदीय नवमी के अवसर पर 1008 कन्याओं का भव्य पूजन किया गया. इस आयोजन में शक्ति की आराधना के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी लिया गया. मंदिर के महंत द्वारिका दास जी महाराज और उनके सहयोगियों ने जिले के विभिन्न गांवों से छोटी-छोटी कन्याओं को आमंत्रित किया था, जिनका विधिवत पूजन किया गया.

पूजन के दौरान 5 से 7 साल की उम्र के आसपास की 1008 कन्याओं को लाल चुनरी ओढ़ाई गई और विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट पकवानों से उनका भोजन कराया गया. पूजा के बाद कन्याओं को प्रसाद, उपहार, दक्षिणा, और आंवले का पौधा देकर सम्मानित किया गया. यह पहल पर्यावरण संरक्षण को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखी जा रही है.

अत्यंत शुभ और पवित्र माना जाता है कन्या पूजन :

मंदिर के महंथ द्वारिका दास जी महाराज ने बताया कि शास्त्रों में शारदीय नवरात्र के दौरान कन्या पूजन का विशेष महत्व है. उन्होंने कहा, "कन्याओं को मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप के रूप में पूजने की परंपरा सदियों से चली आ रही है, और यह हमारे समाज के लिए अत्यंत शुभ और पवित्र माना जाता है." उन्होंने बताया कि नवरात्रि के दौरान कन्या पूजन से न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी विशेष लाभ होता है.


श्रद्धालुओं और व्रतधारियों का सम्मान :

नवदुर्गा धाम में इस भव्य कन्या पूजन को देखने और इसमें भाग लेने के लिए हजारों श्रद्धालु पहुंचे थे. विशेष रूप से उन श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक थी, जिन्होंने पूरे नौ दिन का व्रत रखा और कलश स्थापना की थी. भंडारे में भाग लेने और कन्या पूजन में शामिल होने की अनुमति उन्हीं को दी गई थी, जिन्होंने व्रत किया था. व्रतधारी भक्तों ने पूरे आयोजन में विशेष भूमिका निभाई और आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया.

अगले वर्ष के लिए विशेष योजनाएं : 

मंदिर के सेवक अमित माली ने बताया कि हर साल मंदिर में भक्तों द्वारा भंडारे और कन्या पूजन का आयोजन किया जाता है. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 508 कन्याओं का पूजन किया गया था, और इस वर्ष 1008 कन्याओं का पूजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. उन्होंने बताया, "माता रानी की कृपा रही तो अगले वर्ष 2108 कन्याओं का पूजन और भोजन कराने का आयोजन किया जाएगा."

अमित माली ने कहा कि यह आयोजन सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि समाज को एकता और सहयोग का संदेश देने वाला है. इस अवसर पर माता रानी के उपासकों ने आने वाले वर्षों में भी इस आयोजन को और भव्य रूप में करने का संकल्प लिया.

इस कार्यक्रम के माध्यम से न केवल धर्म और संस्कृति का संरक्षण किया जा रहा है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे समाज में जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जा रहा है.

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