रामरेखा घाट के आधुनिकीकरण हेतु 13.24 करोड़ की योजना स्वीकृत, महर्षि विश्वामित्र फाउंडेशन ने की थी पहल ..

महर्षि विश्वामित्र फाउंडेशन ने इसके लिए कुछ महीनो पूर्व पहल की थी और शाहाबाद संयोजक रवि राज ने पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा से मुलाकात की थी. अब उन्होंने बिहार सरकार के मंत्री को इसके लिए धन्यवाद भी दिया है.









                                           



- विश्व प्रसिद्ध रामरेखा घाट पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को मिलेगा अनोखा अनुभव
- रामायण काल के प्रसंगों को 3D तकनीक से किया जाएगा जीवंत

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व वाले रामरेखा घाट के विकास के लिए राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. पर्यटन विभाग ने घाट के सौंदर्यीकरण और आधुनिकरण के लिए 13.24 करोड़ रुपयों की मंजूरी दी है. यह परियोजना बक्सर को पर्यटन के राष्ट्रीय मानचित्र पर मजबूत स्थान दिलाने के साथ स्थानीय रोजगार और व्यापार को भी बढ़ावा देगी. महर्षि विश्वामित्र फाउंडेशन ने इसके लिए कुछ महीनो पूर्व पहल की थी और शाहाबाद संयोजक रवि राज ने पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा से मुलाकात की थी. अब उन्होंने बिहार सरकार के मंत्री को इसके लिए धन्यवाद भी दिया है.

रामरेखा घाट पर एक्सपीरियंस सेंटर का निर्माण किया जाएगा, जहां रामायण काल के प्रसंगों को वर्चुअल रियलिटी और 3डी प्रोजेक्शन के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा. घाट की दीवारों पर भगवान राम, लक्ष्मण, सीता और गुरु विश्वामित्र से जुड़े प्रसंगों को म्यूरल्स के जरिए दर्शाया जाएगा. श्रद्धालुओं के लिए भोजनालय, शौचालय और वस्त्र बदलने के केबिन जैसी आधुनिक सुविधाओं का निर्माण होगा.घाट तक पहुंचने के लिए सड़कों का निर्माण और अन्य बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ किया जाएगा.

बक्सर के विकास में बड़ा योगदान :

महर्षि विश्वामित्र फाउंडेशन के शाहाबाद संयोजक रवि राज ने बताया कि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चौबे के निर्देशन में उन्होंने मई माह में पटना जाकर पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा को ज्ञापन सौंपा था. ज्ञापन में घाट पर मूलभूत सुविधाओं की मांग की गई थी, जिसके बाद यह स्वीकृति मिली. फाउंडेशन के सदस्यों ने इस कदम का स्वागत करते हुए इसे बक्सर के विकास की दिशा में बड़ी उपलब्धि बताया.

रोजगार और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा :

परियोजना के तहत स्थानीय कारीगरों और श्रमिकों को काम दिया जाएगा. इसके अलावा, पर्यटकों की संख्या में वृद्धि से होटल, रेस्टोरेंट और स्थानीय व्यापारियों को भी लाभ होगा.

धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व :

रामरेखा घाट को रामायण काल के कई महत्वपूर्ण प्रसंगों का गवाह माना जाता है. मान्यता है कि त्रेता युग में भगवान राम और उनके भाइयों ने यहां महर्षि विश्वामित्र से शिक्षा ली थी. इस घाट का सौंदर्यीकरण इसे धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन स्थल के रूप में नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा.

परियोजना का कार्य अगले 18 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है. इसके तहत श्रद्धालुओं को आधुनिक तकनीक के जरिए इतिहास, आस्था और पर्यटन का अनूठा अनुभव मिलेगा..बक्सर के रामरेखा घाट का यह नवीनीकरण बक्सर को एक नई पहचान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.










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