कहा कि बक्सर की पवित्रता का सम्मान करते हुए इसे स्वच्छ और समृद्ध बनाए रखना हम सभी का कर्तव्य है. इस क्षेत्र की ऐतिहासिक धरोहरें और धार्मिक परंपराएं न केवल हमारे गौरव का प्रतीक हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत भी हैं.
- बक्सर में 55वें सिय-पिय मिलन महोत्सव में धर्म और संस्कृति पर बल
- श्री वाल्मीकि रामायण कथा का अयोध्या के विद्वानों ने किया वाचन
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : 55वें सिय-पिय मिलन महोत्सव के अवसर पर श्री वाल्मीकि रामायण कथा का आयोजन किया गया. अयोध्या के पीठाधीश्वर स्वामी वासुदेवाचार्य और विद्या भास्कर महाराज ने कथा वाचन किया. उन्होंने धर्म और आचरण की महत्ता पर बल देते हुए कहा कि जो व्यक्ति धर्मशास्त्रों के अनुसार जीवन व्यतीत करता है, वही सच्चे अर्थों में उन्नति करता है. इसके विपरीत, धर्म के विरुद्ध आचरण करने वाला व्यक्ति पतन की ओर अग्रसर होता है. उन्होंने बालि और हिरण्यकश्यप जैसे पौराणिक पात्रों का उदाहरण देते हुए यह बात स्पष्ट की.
धर्म परिवर्तन के बढ़ते प्रयासों पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए स्वामी वासुदेवाचार्य ने इसे आधुनिक कालनेमि के समान बताया. उन्होंने कहा कि समाज में ऐसे प्रयास मानवता और संस्कृति के लिए गंभीर खतरा हैं. धर्म परिवर्तन की प्रवृत्ति को रोकने के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक रहना चाहिए और अपनी धार्मिक परंपराओं को संरक्षित करना चाहिए.
बक्सर की महिमा का वर्णन
कथा के दौरान महाराज श्री ने बक्सर की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता का उल्लेख किया. उन्होंने इसे देव निर्मित भूमि बताया और कहा कि यह क्षेत्र अपनी पवित्रता और समृद्धि के लिए सदैव प्रसिद्ध रहेगा. महाराज ने बताया कि बक्सर का धार्मिक महत्व केवल स्थानीय स्तर पर नहीं, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अद्वितीय है.
उन्होंने उपस्थित भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि बक्सर की पवित्रता का सम्मान करते हुए इसे स्वच्छ और समृद्ध बनाए रखना हम सभी का कर्तव्य है. इस क्षेत्र की ऐतिहासिक धरोहरें और धार्मिक परंपराएं न केवल हमारे गौरव का प्रतीक हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत भी हैं.
आयोजन स्थल पर भक्ति और श्रद्धा का अनोखा वातावरण देखने को मिला. कथा के दौरान स्वामी वासुदेवाचार्य और विद्या भास्कर महाराज ने भगवान राम के आदर्शों और उनके जीवन के शिक्षाप्रद पहलुओं पर प्रकाश डाला. भक्तों ने भी इस आयोजन का भरपूर आनंद लिया और इसे यादगार बताया.
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