यह कार्यक्रम डुमरांव के शायरों और कवियों की याद में समर्पित होगा. इस विशेष महफिल में देश के विभिन्न हिस्सों के मशहूर और मारूफ शायरों, शोयराओं और कवित्रियों की उपस्थिति से एकता और साहित्यिक परंपरा को बढ़ावा दिया जाएगा.
- शायरों और कवियों की याद में आयोजित होगी विशेष महफिल
- देशभर के मशहूर शायरों और कवियों की उपस्थिति से सजेगी शाम
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : भारत रत्न बिस्मिल्लाह खान की जन्मस्थली डुमरांव में 15 दिसंबर को आल इंडिया कौमी एकता मुशायरा व कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. यह कार्यक्रम डुमरांव के शायरों और कवियों की याद में समर्पित होगा. इस विशेष महफिल में देश के विभिन्न हिस्सों के मशहूर और मारूफ शायरों, शोयराओं और कवित्रियों की उपस्थिति से एकता और साहित्यिक परंपरा को बढ़ावा दिया जाएगा.
इस आयोजन में दिल्ली, कोलकाता, आजमगढ़, सुलतानपुर और बिहार-झारखंड के कई प्रसिद्ध शायर व कवि शिरकत करेंगे. वाटिका मैरेज हॉल, स्टेशन रोड, बस स्टैंड, डुमराँव में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ रविवार शाम 5 बजे से होगा.
प्रमुख शायर और कवि होंगे शामिल :
कार्यक्रम में परवेज कासमी (कुलटी, बरदवान), असगर नदीम नेजामी (कोलकाता), रहबर चोंच ग्यावी (गया), इमरान राकीम (कोलकाता), अंजूम आरा (औरंगाबाद), जफर हबीबी (चंपारण), इरशाद मजहरी (किशनगंज), मोइन गीरी डिहवी (गिरीडीह, झारखंड), और प्रो. मीरा सिंह 'मीरा' (कवित्री) अपनी रचनाओं से समां बांधेंगे.
इसके अलावा फारूक कैफी (बक्सर), हाफीज अब्दुल्ला (फैजाबाद), और एडवोकेट नुरूल्ल इस्लाम (नया भोजपुर, बिहार) जैसे प्रतिभाशाली साहित्यकार भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे.
नागरिकों से कार्यक्रम में शामिल होने की अपील :
आयोजन कमेटी ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इस साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम में उपस्थित होकर शायरों और कवियों का हौसला बढ़ाएं. इस कार्यक्रम के प्रचारक नसीम अख्तर ने बताया कि यह महफिल सांस्कृतिक एकता और साहित्यिक सम्मान का प्रतीक होगी. आयोजन का उद्देश्य भारत रत्न बिस्मिल्लाह खाँ के सम्मान में उनकी जन्मभूमि पर साहित्यिक धरोहर को संजोना है.
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