न्यायिक कर्मचारियों ने वेतन और प्रोन्नति के लिए तेज किया आन्दोलन

न्यायमंडलों से मार्गदर्शन लेकर विभिन्न पत्र जारी किए जाते हैं, जिससे कर्मचारियों के मुद्दे और जटिल हो गए हैं. न्यायिक कर्मचारियों के वेतन और प्रोन्नति के लिए गठित केंद्रीय समिति भी अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं ले सकी है.









                                           



- वेतन विसंगति और प्रोन्नति को लेकर राज्यभर में विरोध  तेज
- 16 जनवरी से राज्यव्यापी हड़ताल की चेतावनी

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : बिहार की अधीनस्थ अदालतों के न्यायिक कर्मचारियों ने वेतन और प्रोन्नति की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है. बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के बैनर तले सोमवार को कर्मचारियों ने न्यायालय गेट पर एकत्र होकर विधि सचिव पटना के उस आदेश का विरोध किया, जिसमें पटना उच्च न्यायालय द्वारा की गई वेतन बढ़ोतरी की अनुशंसा को अस्वीकार कर दिया गया था.

संघ ने घोषणा की है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे 16 जनवरी से राज्यभर की अदालतों में हड़ताल पर चले जाएंगे. संघ के अध्यक्ष अखौरी राकेश कुमार सिन्हा ने कहा कि स्नातक स्तर के वेतनमान, शेट्टी कमीशन की अनुशंसा के आलोक में पदोन्नति, तथा मृत कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी की मांग की जा रही है.

वेतन विसंगति और प्रोन्नति के मुद्दे पर नाराजगी :

अखौरी राकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि वेतन विसंगति और प्रोन्नति को लेकर पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और महानिबंधक को कई बार ज्ञापन सौंपा गया है, लेकिन अब तक कोई स्पष्ट निर्देश नहीं मिला है. राज्य सरकार के विधि सचिव और वित्त सचिव से भी मार्गदर्शन की मांग की गई है.

सरकार के रवैये से बढ़ा असंतोष :

सिन्हा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा हर बार अलग-अलग न्यायमंडलों से मार्गदर्शन लेकर विभिन्न पत्र जारी किए जाते हैं, जिससे कर्मचारियों के मुद्दे और जटिल हो गए हैं. न्यायिक कर्मचारियों के वेतन और प्रोन्नति के लिए गठित केंद्रीय समिति भी अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं ले सकी है.

कर्मचारियों में गहरा असंतोष

अध्यक्ष ने कहा कि दशकों से न्यायिक कर्मचारियों को उचित वेतनमान और प्रोन्नति से वंचित रखा गया है. विभिन्न न्यायमंडलों में उच्च पदों पर कर्मचारियों को प्रभारी बनाकर काम करवाया जा रहा है, लेकिन उन्हें उस पद के अनुरूप वेतन नहीं मिल रहा है, जिससे उनमें आक्रोश और अवसाद है.

संघ ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि जल्द उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो यह आंदोलन और व्यापक होगा.

मौके पर कर्मी संघ के अध्यक्ष अखौरी राकेश कुमार सिन्हा, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश कुमार, रविन्द्र सिंह, संरक्षक प्रधान लिपिक, नाजिर, संगठन सचिव अविनाश कुमार, राजीव कुमार द्विवेदी, संजय कुमार, दीपक विश्वकर्मा, संतोष कुमार आदि मौजूद रहे.









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