बक्सर में मकर संक्रांति महोत्सव 2025 : खेल, संस्कृति और सामूहिक उत्सव का शानदार संगम

कार्यक्रम के दौरान जिला प्रशासन, सिविल सोसाइटी और जनप्रतिनिधियों के बीच रस्साकशी (Tug-O'-War) का मुकाबला हुआ, जिसमें जिला प्रशासन की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सिविल सोसाइटी और जनप्रतिनिधियों को हराया. 











- जिला प्रशासन और कला संस्कृति विभाग ने मिलकर मनाया भव्य मकर संक्रांति महोत्सव
- रस्साकशी प्रतियोगिता में सिविल सोसाइटी पर भारी  पड़ाप्रशासन

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : नगर में मकर संक्रांति महोत्सव का आयोजन इस साल अनोखे अंदाज में किया गया. जिला प्रशासन और कला संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार ने सिपाही घाट, सेंट्रल जेल रोड पर इस महापर्व को बड़े धूमधाम से मनाया. कार्यक्रम की शुरुआत जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल द्वारा फीता काटकर की गई, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य, जिला परिषद अध्यक्ष सरोज देवी, नगर परिषद अध्यक्ष कमरून निशा, जिला परिषद सदस्य ममता देवी, पूर्व जिला परिषद सदस्य डॉ मनोज यादव,  समेत कई गणमान्य हस्तियों ने बैलून गुच्छे उड़ाकर इस महोत्सव की शुरुआत की.

पर्व का महत्व और उल्लास:

जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा, "मकर संक्रांति न केवल सूर्य देवता की पूजा का दिन है, बल्कि यह किसानों की नई फसल का प्रतीक भी है." उन्होंने मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी, चूड़ा-दही, तिलकुट और तिलवा जैसे पारंपरिक व्यंजन खाने की परंपरा को भी महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने यह भी बताया कि इस दिन लोग गंगा या अन्य पवित्र नदियों में स्नान कर पूजा करते हैं और एक-दूसरे के साथ खुशी बांटते हैं.


खेल, प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक गतिविधियों की धूम :

महोत्सव में बच्चों और युवाओं के लिए सैक रेस, चम्मच दौड़, वॉलीबॉल, जूडो, खो-खो, म्यूजिकल चेयर जैसी रोमांचक खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. वहीं, पतंगबाजी और सेल्फी स्टैंड जैसे मजेदार कार्यक्रमों ने युवाओं को उत्साहित किया. इसके अलावा, नशा मुक्ति, दहेज प्रथा और बाल विवाह पर नुक्कड़ नाटक ने सामाजिक जागरूकता का संदेश दिया.

स्थानीय कला और संस्कृति का प्रचार :

महोत्सव में बक्सर की लोकल हैंडीक्राफ्ट और कला को बढ़ावा देने के लिए स्टॉल लगाए गए थे. बक्सरवासी अपनी स्थानीय कलाकृतियों और कारीगरी के बारे में जान सके और इसे प्रोत्साहन मिल सके, इसके लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम था.

रस्साकशी में जिला प्रशासन की शानदार जीत :

कार्यक्रम के दौरान जिला प्रशासन, सिविल सोसाइटी और जनप्रतिनिधियों के बीच रस्साकशी (Tug-O'-War) का मुकाबला हुआ, जिसमें जिला प्रशासन की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सिविल सोसाइटी और जनप्रतिनिधियों को हराया. यह मुकाबला सभी के लिए एक यादगार और रोमांचक अनुभव बन गया.


भविष्य की दिशा और महत्व :

जिला प्रशासन ने इस महोत्सव को भविष्य में और बड़े स्तर पर मनाने की योजना बनाई है. "हम इस मकर संक्रांति महोत्सव को आने वाले वर्षों में और भी बड़े पैमाने पर मनाने का प्रयास करेंगे ताकि बक्सर की पहचान और बढ़े," जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने कहा.

इस महोत्सव ने बक्सरवासियों को एक नई ऊर्जा दी और जिले की सांस्कृतिक धरोहर को संजीवनी दी. यह आयोजन न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी एक नई मिसाल स्थापित करने वाला था.
                                           












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